वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फोनपे (PhonePe) ने 12 अरब डॉलर के प्री-मनी मूल्यांकन पर प्रमुख वैश्विक विकास इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक से अतिरिक्त 10 करोड़ डॉलर का निवेश हासिल किया है।
रकम जुटाने की यह नई कवायद पिछले साल फोनपे के भारत में स्थानांतरित होने के बाद से चल रही एक अरब डॉलर तक की पूंजी जुटाने की कवायद का हिस्सा है। इस किस्त के साथ कंपनी कई वैश्विक निवेशकों से कुल 85 करोड़ डॉलर जुटा चुकी है। इसमें अकेले जनरल अटलांटिक से ही प्राप्त कुल 55 करोड़ डॉलर शामिल हैं।
इस साल फरवरी में बेंगलूरु की इस यूनिकॉर्न ने 12 अरब डॉलर के प्री-मनी मूल्यांकन पर जनरल अटलांटिक से 35 करोड़ डॉलर जुटाए थे, जिससे यह देश में सबसे मूल्यवान फिनटेक कंपनी बन गई। फोनपे का समर्थन करने वाले अन्य निवेशकों में कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, माइक्रोसॉफ्ट, टाइगर ग्लोबल और कुछ छोटे हेज फंड शामिल हैं।
प्री-मनी मूल्यांकन किसी कंपनी का आईपीओ लाने से पहले का या बाहर से फंडिंग जैसा अन्य निवेश प्राप्त करने से पहले का मूल्य होता है। फोनपे ने उसी महीने में रिबिट कैपिटल, टाइगर ग्लोबर और टीवीएस कैपिटल फंड्स से अन्य 10 करोड़ डॉलर की प्राथमिक पूंजी जुटाई थी।
इस साल मार्च में फोनपे ने 12 अरब डॉलर के प्री-मनी मूल्यांकन पर अपनी मूल कंपनी वॉलमार्ट से प्राथमिक पूंजी में अतिरिक्त 20 करोड़ डॉलर जुटाए थे। अप्रैल में फोनपे ने फिर से जनरल अटलांटिक से 10 करोड़ डॉलर जुटाए थे।
टाइगर ग्लोबल और वॉलमार्ट सहित मौजूदा निवेशकों से प्राथमिक पूंजी में 70 करोड़ डॉलर जुटाने के बाद दिसंबर 2020 में फोनपे का मूल्य करीब 5.5 अरब डॉलर था।