सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम के लिए पहली किस्त के भुगतान के एक घंटे के भीतर दूरसंचार कंपनियों को आवंटन पत्र जारी कर दिया। इससे उत्साहित भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कारोबारी सुगमता के लिए सरकार की सराहना की है।
मित्तल ने आज एक बयान में कहा, ‘कोई झंझट नहीं, कोई फॉलोअप नहीं, कॉरिडोर में चक्कर लगाने की कोई जरूरत नहीं और न ही कोई बड़ी दावेदारी। यह कारोबारी सुगमता गौरवान्वित करती है। दूरसंचार विभाग के साथ मेरे 30 वर्षों के अनुभव में ऐसा पहली बार हुआ है। कारोबार ऐसा ही होना चाहिए।’
संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी सेवा प्रदाताओं को 5जी सेवाएं शुरू करने के लिए तैयार रहने के लिए कहा। मंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘स्पेक्ट्रम आवंटन पत्र जारी कर दिए गए हैं। सभी दूरसंचार सेवा प्रदाताओं से आग्रह है कि वे 5जी सेवाएं लॉन्च करने के लिए तैयार रहें।’
दूरसंचार कंपनियों ने 5जी स्पेक्ट्रम बकाये के तौर पर सरकार को कुल मिलाकर 17,873 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। इसमें से करीब आधी रकम (8,312.4 करोड़ रुपये) का भुगतान केवल भारती एयरटेल ने किया है। एयरटेल ने चार साल के लिए अग्रिम भुगतान किया है ताकि भविष्य में निवेश के लिए नकदी की उपलब्धता बरकरार रहे।
मित्तल ने कहा कि एयरटेल को भुगतान के कुछ ही घंटे बाद संबंधित फ्रीक्वेंसी बैंड के लिए आवंटन पत्र प्रदान कर दिया गया। ई बैंड में भी वादे के अनुसार स्पेक्ट्रम का आवंटन किया गया है।
एयरटेल इस महीने के आखिर तक वाणिज्यिक तौर पर अपनी 5जी सेवाएं शुरू करने की तैयारी कर रही है। उसने हाल में संपन्न 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान 43,084 करोड़ रुपये में विभिन्न बैंडों में 19,867 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की खरीदारी की है। इनमें 3.5 गीगाहर्ट्ज, 26 गीगाहर्ट्ज और कुछ निचले एवं मझोले बैंड शामिल हैं।