कोटक महिंद्रा समूह की कोटक ऑल्टरनेट ऐसेट मैनेजर्स (Kotak Alternate Asset Managers) ने मैट्रिक्स फार्मा की ओर से किए जा रहे वियाट्रिस एपीआई बिजनेस के अधिग्रहण में 1,445 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है। अधिग्रहण का यह सौदा कोटक स्ट्रैटजिक सिचुएशन फंड-2 के जरिये हुआ।
यह अधिग्रहण मैट्रिक्स को भारत की दूसरी सबसे बड़ी एपीआई कंपनी बना देगा। इस सौदे से मैट्रिक्स की पहुंच विस्तृत शोध और विकास क्षमता तक हो जाएगी, जिसमें 185 से ज्यादा वैज्ञानिकों की टीम और 600 से ज्यादा ड्रग मास्टर फाइल (डीएमएफ) की फाइलिंग शामिल है। अमेरिका व यूरोपीय यूनियन के नियामकों से मंजूरी से मैट्रिक वैश्विक स्तर की अहम दवा कंपनियों के साथ अपने संबंधों का फायदा उठाने के लिए तैयार है।
कोटक ऑल्टरनेट की मदद से मैट्रिक्स को थर्ड पार्टी सेल्स मजबूत बनाने और फार्मास्युटिकल कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट ऐंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन के क्षेत्र में और संभावनाएं तलाशने में मदद मिलेगी।
कोटक ऑल्टरनेट ऐसेट मैनेजर्स के प्रबंध निदेशक श्रीनी श्रीनिवासन ने कहा कि प्रमुख प्रबंधन के साथ अहम खरीद कोटक ऑल्टरनेट की सौदे की सोर्सिंग व स्ट्रक्चरिंग की क्षमता को दर्शाती है। साथ ही यह दवा उद्योग में हमारी विशेषज्ञता और मजबूत एपीआई कारोबार के लिए प्लेटफॉर्म बनाने की क्षमता बताती है, जिसकी हम खुद के दम पर और विलय-अधिग्रहण के जरिए वृद्धि कर सकते हैं।
(डिस्क्लेमर : बिज़नेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में कोटक समूह के नियंत्रण वाली इकाइयों की बहुलांश हिस्सेदारी है)