facebookmetapixel
Gold and Silver Price Today: सोना-चांदी आज भी हुए महंगे! गोल्ड 1,24,400 रुपये के करीब; सिल्वर 1,55,600 रुपये के स्तर परTata Group में नई पीढ़ी की एंट्री! नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा बने ट्रस्टी, जानिए क्या है रतन टाटा से कनेक्शनभारत-भूटान ने किए 7 समझौते, 4000 करोड़ रुपये के ऊर्जा ऋण का ऐलान₹12 तक डिविडेंड पाने का आज आखिरी मौका! कल ये 6 कंपनियां करेंगी एक्स डेट पर ट्रेडलाल किले के पास विस्फोट की जांच अब NIA करेगी, पुलवामा से जुड़े मॉड्यूल पर सतर्कताअचल संपत्ति बेचना ‘सेवा’ नहीं, यह सर्विस टैक्स के दायरे से बाहर: सुप्रीम कोर्ट तेजी का मौका! एनालिस्ट ने बताए 3 स्टॉक्स जो पहुंच सकते हैं ₹2,980 तकग्रीन हाइड्रोजन लक्ष्य में बदलाव, 2030 तक 30 लाख टन उत्पादन का नया टारगेटStock Market Update: आईटी शेयरों में तेजी से बाजार में मजबूती, सेंसेक्स 300 से ज्यादा अंक चढ़ा; निफ्टी 25800 के पारक्विक कॉमर्स में मुनाफे की नई दौड़ शुरू! मोतीलाल ओसवाल ने Swiggy और Eternal पर जारी किए नए टारगेट्स

Koo Layoffs: देसी ट्विटर ने 30 फीसदी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

ट्विटर की भारतीय प्रतिस्पर्धी कू ने प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों के बीच की छंटनी

Last Updated- April 20, 2023 | 10:40 PM IST
Koo Shutdown: Why was Koo, which competed with Twitter, shut down? Co-founder announced in a post shared on social media platform Koo Shutdown: Twitter को टक्कर देने वाला कू क्यों हो गया बंद? को-फाउंडर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा पोस्ट में किया ऐलान

टाइगर ग्लोबल (Tiger Global) द्वारा समर्थित Koo, जो ट्विटर (Twitter) का भारतीय विकल्प है, ने पिछले साल अपने 260 कर्मचारियों के वर्कफोर्स में से 30 फीसदी की छंटनी की है, क्योंकि भारत में कई अन्य स्टार्टअप कंपनियों की ही तरह यह नवोदित फर्म भी वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल हालात से जूझ रही है।

अलबत्ता इस माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट का कहना है कि हाल ही में रकम जुटाने की ताजा कवायद के बाद उसके पास खासी पूंजी है और इस समय धन की आवश्यकता नहीं है।

Koo के प्रवक्ता ने कहा कि इस अवधि को देखते हुए सभी आकार वाले कारोबारों के लिए कुशल और रूढ़िवादी दृष्टिकोण अपनाना महत्वपूर्ण है। कंपनी ने इसी के अनुरूप अपने वर्कफोर्स में से 30 फीसदी की छंटनी की है। कंपनी का कहना है कि उसने प्रभावित कर्मचारियों को मुआवजा पैकेज, विस्तृत स्वास्थ्य लाभ और विस्थापन सेवाओं के जरिये मदद की है।

प्रवक्ता ने कहा कि अ​धिकांश स्टार्टअप कंपनियों की तरह ही Koo ने भी दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए वर्कफोर्स तैयार किया है। बाजार के मौजूदा माहौल और वैश्विक मंदी की बाहरी वास्तविकताओं को देखते हुए हम भी प्रभावित हो रहे हैं। कंपनी ने पिछले साल अगस्त में अपने कर्मचारियों के पांच फीसदी ​हिस्से की पहले ही छंटनी कर दी थी।

Also Read: Meta Layoffs: मेटा की एक बार फिर छंटनी की तैयारी, इस बार दस हजार लोगों की जायेगी नौकरी

वर्ष 2020 में स्थापित Koo बहुभाषी माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है, जो उपयोगकर्ताओं को टेक्स्ट, ऑडियो और वीडियो के जरिये संवाद की अनुमति प्रदान करता है। यह इन्फलुएंजर को अपने समुदाय से जुड़ने और अपने प्रशंसकों के साथ बातचीत करने की भी अनुमति देता है।

कहा जाता है कि बेंगलूरु की इस कंपनी को अनुचित सामग्री मॉडरेशन पर ट्विटर और भारत सरकार के बीच लड़ाई से लाभ हुआ, जिसकी वजह से कई मशहूर हस्तियों, सरकारी अधिकारियों और नागरिकों ने ट्विटर छोड़ दिया और स्वदेशी रूप से निर्मित उसके विकल्प का रुख कर लिया।

First Published - April 20, 2023 | 9:46 PM IST

संबंधित पोस्ट