भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और बैंकों पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने उनके बकाया कर्ज से दो गुना ज्यादा वसूली की है। माल्या ने कहा कि वह इस मामले में राहत पाने के लिए कदम उठाएंगे।
यह बयान तब आया जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में जानकारी दी कि विजय माल्या की अटैच संपत्तियों से ₹14,130 करोड़ से ज्यादा की रिकवरी की गई है।
माल्या ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल ने किंगफिशर एयरलाइंस (KFA) का कर्ज ₹6203 करोड़ तय किया था, जिसमें ₹1200 करोड़ का ब्याज शामिल है।”
उन्होंने आगे लिखा, “वित्त मंत्री ने संसद में कहा कि ED और बैंकों ने मेरे खिलाफ ₹6203 करोड़ की जजमेंट डेब्ट के मुकाबले ₹14,131.6 करोड़ रिकवर किए हैं। इसके बावजूद मुझे आर्थिक अपराधी कहा जा रहा है।”
माल्या ने कहा, “अगर ED और बैंक ये नहीं बता सकते कि उन्होंने मेरे कर्ज का दो गुना से ज्यादा कैसे लिया, तो मुझे राहत पाने का हक है, और मैं इसके लिए कोशिश करूंगा।”
सीतारमण ने वर्ष 2024-25 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों पर मंगलवार को लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा था कि भगोड़े विजय माल्या की 14,131.6 करोड़ रुपये की संपत्ति सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को वापस कर दी गई है।
विजय माल्या, जो मार्च 2016 में यूके भाग गए थे, भारत में ₹9,000 करोड़ के डिफॉल्ट के मामले में वांछित हैं। यह लोन कभी किंगफिशर एयरलाइंस (KFA) को देश के कई बैंकों द्वारा दिया गया था।
अपने पोस्ट में माल्या ने कहा, “जो कुछ भी मैंने KFA लोन के गारंटर के रूप में अपनी जिम्मेदारियों के बारे में कहा है, वह कानूनी रूप से सत्यापित है। इसके बावजूद मुझसे ₹8,000 करोड़ से ज्यादा की वसूली की जा चुकी है, जो कि जजमेंट डेट से भी ऊपर है।”
The Debt Recovery Tribunal adjudged the KFA debt at Rs 6203 crores including Rs 1200 crores of interest. The FM announced in Parliament that through the ED,Banks have recovered Rs 14,131.60 crores from me against the judgement debt of Rs 6203 crores and I am still an economic…
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) December 18, 2024
उन्होंने दावा किया कि उन्हें किसी से समर्थन नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘ क्या कोई भी, यहां तक कि जो लोग मुझे खुलेआम गाली देते हैं, इस घोर अन्याय पर सवाल उठाएंगे?
माल्या ने लिखा, ‘‘ सरकार और मेरे कई आलोचक कहते हैं कि मुझे केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के आपराधिक मामलों का जवाब देना है। सीबीआई ने कौन से आपराधिक मामले दर्ज किए हैं?’’
कभी एक भी रुपया उधार न लेने और कोई चोरी नहीं करने का दावा करते हुए माल्या ने कहा, ‘‘ …लेकिन केएफए ऋण के गारंटर के रूप में मुझ पर सीबीआई ने आईडीबीआई बैंक के अधिकारियों सहित कई अन्य लोगों के साथ मिलकर धोखाधड़ी से आईडीबीआई बैंक से 900 करोड़ रुपये का ऋण प्राप्त करने का आरोप लगाया है, जिसे उनकी ऋण समिति और निदेशक मंडल द्वारा विधिवत अनुमोदित किया गया था। पूरा ऋण और ब्याज चुकाया गया। नौ साल बाद धोखाधड़ी और धन के दुरुपयोग का कोई निर्णायक सबूत क्यों नहीं है?’’
भारत, ब्रिटेन से माल्या के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है। माल्या ने पहले भी ‘‘ सार्वजनिक धन’’ का 100 प्रतिशत चुकाने की पेशकश की थी, लेकिन आरोप लगाया कि बैंकों और सरकार ने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है।
विजय माल्या, जो मार्च 2016 में यूके भाग गए थे, पर भारत में ₹9,000 करोड़ के कर्ज के डिफॉल्ट का आरोप है। यह कर्ज उनकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस (KFA) को कई बैंकों ने दिया था।