भारत में ओवर-द-टॉप (ओटीटी) उपयोगकर्ताओं की संख्या लगभग 60.12 करोड़ होने का अनुमान है, जो देश की आबादी का 41.1 प्रतिशत है। वैसे इस वर्ष ओटीटी उपयोगकर्ताओं की वृद्धि दर लगभग 10 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो 2023 और 2024 के मुकाबले कम है। ‘द ऑरमैक्स ओटीटी ऑडियंस रिपोर्ट: 2025’ नामक रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले, यह वृद्धि दर लगभग 13 से 14 प्रतिशत के स्तर पर थी और गिरावट ऐसे समय आई है जब प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म सदस्यता-आधारित राजस्व पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए हाइब्रिड मॉडल की ओर रुख कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, देश में कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म ने लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए परिचालन लागत में कटौती की है।
अब तक, केवल अमेरिका स्थित प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स भारत में सबस्क्रिप्शन-वीडियो ऑन डिमांड (एसवीओडी) मॉडल के साथ काम कर रहा है, जबकि अमेजन के प्राइम वीडियो ने इस साल देश में अपना विज्ञापन-वीडियो ऑन डिमांड (एवीओडी) मॉडल पेश किया है।
रिपोर्ट में जाहिर किए गए अनुमान के अनुसार भारत में सबस्क्रिप्शन खरीदने वाले (पेड) सक्रिय उपयोगकर्ताओं की कुल संख्या 14.82 करोड़ है, जिसमें टेलीकॉम बंडल और ओटीटी एग्रीगेटर के माध्यम से सबस्क्रिप्शन शामिल हैं। यहां सक्रिय पेड सबस्क्रिप्शन का मतलब उन उपयोगकर्ताओं से है, जिन्होंने पिछले एक महीने में कम से कम एक बार ओटीटी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया है। यह ऑरमैक्स मीडिया द्वारा जारी सदस्यता-आधारित रिपोर्ट है और शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों से 15,600 लोगों से मिली प्रतिक्रिया पर आधारित है। यह शोध इसी साल जून और जुलाई के दौरान किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत में सक्रिय कनेक्टेड टीवी (सीटीवी) उपयोगकर्ताओं की संख्या लगभग 12.92 करोड़ है। इसका मतलब है कि तकरीबन 3.5 से 4 करोड़ घरों में सीटीवी लगे हैं। भारत में सीटीवी की पैठ एक ही वर्ष के भीतर आश्चर्यजनक रूप से 87 प्रतिशत तक बढ़ी है।’ ऑरमैक्स मीडिया के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शैलेश कपूर ने एक बयान में कहा कि इस वर्ष सीटीवी दर्शक आधार में तेज वृद्धि विशेष रूप से ऐसे बाजार के लिए महत्त्वपूर्ण मानी जा सकती है जिसे लंबे समय से मोबाइल-फर्स्ट माना जाता रहा है।