गैटविक एयरपोर्ट (Gatwick Airport) का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में भारत की अपनी उड़ानों को दोगुना करना है क्योंकि भारत और ब्रिटेन के बीच सीधी उड़ानों की मांग काफी ज्यादा है। लंदन गैटविक एयरपोर्ट (London Gatwick Airport) के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी जोनाथन पोलार्ड ने बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में यह जानकारी दी।
वर्तमान में भारत और गैटविक एयरपोर्ट के बीच हर हफ्ते कुल 24 उड़ानों का संचालन किया जा रहा है। एयर इंडिया (Air India) पिछले वर्ष अप्रैल से सभी 24 सेवाओं का संचालन कर रही है।
पोलार्ड ने कहा, ‘यथार्थवादी नजरिये से मुझे लगता है कि अब से पांच साल बाद भारत के लिए रोजाना छह से सात उड़ानें होंगी। इसका मतलब हुआ कि सप्ताह में 49 उड़ानें भारत के लिए होंगी। हमारे बीच हुई बातचीत के आधार पर यह हमारे लिए एक पर्याप्त लक्ष्य होगा।’
लंदन में कुल छह हवाईअड्डे हैं। उनमें से केवल दो गैटविक और हीथ्रो से ही भारत के लिए उड़ानें हैं। लंदन का सबसा बड़ा हीथ्रो हवाई अड्डा हर सप्ताह भारत आने-जाने के लिए 232 सेवाएं संभालता है।
भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय करार के तहत गैटविक और दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलूरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे छह प्रमुख भारतीय शहरों के बीच शुरू की जाने वाली उड़ानों की संख्या सीमित नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘इसलिए वृद्धि का अवसर बहुत बड़ा है।’
गैटविक हवाई अड्डे पर फिलहाल दो रनवे हैं मगर एक समय पर एक ही रनवे पर काम किया जाता है क्योंकि दोनों रनवे का सेंटर लाइन बहुत नजदीक है। उन्होंने कहा, ‘एक बार जब हम सेंटर लाइन में बदलाव कर देंगे फिर हम एक ही समय पर दोनों रनवे का उपयोग कर सकेंगे। साल 2029 तक इसकी अनुमति मिलने की हमें उम्मीद है।’
उन्होंने कहा, ‘गैटविक हवाई अड्डे पर फिलहाल प्रति घंटे 55 विमानों की आवाजाही की क्षमता है। इस साल हवाई अड्डे पर 4.4 करोड़ यात्रियों को संभाला गया और अगले तीन साल में उम्मीद है कि 5 करोड़ यात्रियों को संभाला जा सकेगा।’