दुनिया भर में डेटा सेंटरों की मांग बढ़ने की वजह से डिजिटल बुनियादी ढांचा क्षेत्र की कंपनी ब्लैक बॉक्स को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में उसका राजस्व बढ़कर 7,000 करोड़ रुपये हो जाएगा। यह बड़े उद्यमों और अधिक मूल्य वाले अवसरों के अनुबंधों की दमदार दरों के बल पर आएगा। डलास की इस कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2029 तक दो अरब का राजस्व हासिल करना है।
ब्लैक बॉक्स के मुख्य कार्य अधिकारी (सीईओ) संजीव वर्मा ने विशेष बातचीत में कहा कि मेटा, गूगल जैसे बड़े उद्यमों और अब ओपनएआई जैसी आर्टिफिशल इंटेलिजेंस कंपनियों की डेटा स्टोर करने की मांग इतनी अधिक है कि दुनिया भर में बड़े डेटा सेंटर बनाने होंगे जिससे डिजिटल बुनियादी ढांचे के उत्पादों और सेवाओं की मांग बढ़ेगी। उन्होंने कहा, ‘इस रफ्तार का वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही के बाद से राजस्व पर सकारात्मक असर पड़ना चाहिए।’ चालू वित्त वर्ष के लिए कंपनी ने 5,925 करोड़ रुपये से 6,000 करोड़ रुपये तक के राजस्व का अनुमान जताया है।
गार्टनर के अनुसार वैश्विक स्तर पर आईटी क्षेत्र का खर्च साल 2025 में 5.7 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसमें से आईटी के बुनियादी ढांचे का खर्च 600 अरब डॉलर से 750 अरब डॉलर तक होने की उम्मीद है। इससे ब्लैक बॉक्स का कुल उपलब्ध बाजार लगभग 120 अरब डॉलर से 150 अरब डॉलर या 15 से 20 प्रतिशत हो जाएगा। वर्मा ने कहा कि यह कंपनी के लिए बढ़ोतरी के बड़े अवसर को बताता है।
वर्मा ने कहा कि एआई संचालित प्रारूप मांग को बढ़ावा दे रहे हैं, खास तौर पर एमेजॉन, मेटा, अल्फाबेट और माइक्रोसाफ्ट जैसे हाइपरस्केलर की मांग बढ़ रही है, जो इस साल डेटा सेंटरों और क्लाउड सेवाओं में 325 अरब डॉलर से ज्यादा का निवेश कर रही हैं। भारत में जीसीसी (वैश्विक क्षमता केंद्रों) की स्थापना कंपनी के लिए वृद्धि का एक और अवसर है।