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डालमिया भारत सीमेंट प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए खर्च करेगी 19,000 करोड़ रुपये

कंपनी के पास इस समय 10 राज्यों में फैले 14 सीमेंट प्लांट और ग्राइंडिंग यूनिट्स में 41.1 मिलियन टन प्रति वर्ष उत्पादन की क्षमता है

Last Updated- June 11, 2023 | 5:49 PM IST
cement industry

भारत की चौथी सबसे बड़ी सीमेंट उत्पादक कंपनी डालमिया भारत 2031 तक अपनी सीमेंट क्षमता को बढ़ाकर 120 मिलियन टन प्रति वर्ष करेगी। कंपनी के MD और CEO पुनीत डालमिया ने कहा कि Dalmia Bharat इसके लिए करीब 19,000 करोड़ रुपये खर्च करेगी ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग में तेजी का फायदा उठाया जा सके।

कंपनी के पास इस समय 10 राज्यों में फैले 14 सीमेंट प्लांट और ग्राइंडिंग यूनिट्स में 41.1 mtpa (मिलियन टन प्रति वर्ष) उत्पादन की क्षमता है। पिछले साल दिसंबर में इसने जेपी समूह (Jaypee group) की 9.4 मिलियन टन सालाना सीमेंट क्षमता का अधिग्रहण किया था। 5,666 करोड़ रुपये में होने वाले इस अधिग्रहण को फिलहाल इस समय कंपनी के परिचालन (operations) के साथ अभी जोड़ा जा रहा है।

डालमिया ने अपने नई दिल्ली ऑफिस में एक इन्टरव्यू में कहा, ‘इस अधिग्रहण के बाद हम मध्य भारत और उत्तर भारत के बाजार तक पहुंच बढ़ाएंगे और हम मिड सेगमेंट में अधिक अधिग्रहण के अवसरों की तलाश करेंगे क्योंकि हमें उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में उद्योग और मजबूत होगा।’

डालमिया ने कहा, ‘भारत अगले दशक में इन्फ्रास्ट्रक्चर में एक लाख करोड़ डॉलर का निवेश करेगा और इसकी वजह से सीमेंट की मांग में भी काफी बढ़ोतरी होगी।’

डालमिया ने कहा कि भारत सरकार की पहलों में हाउसिंग सेक्टर को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है और होम लोन भी आसानी से मिल रहा है, ऐसे में लोग अपने कंस्ट्रक्शन के काम को आगे बढ़ा रहे हैं और ऐसा लगता है कि इन दोनों की वजह से अगले दशक में कंपनी के प्रोडक्ट की मांग काफी बढ़ जाएगी।

उन्होंने कहा, ‘सीमेंट की मांग बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि भारत सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में 10 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है और देश भर में घरों के कंस्ट्रक्शन में भी काफी तेजी देखने को मिल रही है।’

डालमिया ने कहा कि 2024 के आम चुनाव के बाद प्राइवेट सेक्टर के पूंजीगत खर्च (कैपेक्स) में बड़ा उछाल आएगा। उन्होंने कहा, ‘हम इतिहास में अपना सबसे बड़ा पूंजीगत खर्च कर रहे हैं। हमारे पास लगभग 9,000 करोड़ रुपये का कैपेक्स पहले से ही है और Jaypee की संपत्तियों (assets) को जुटाने के बाद 6,000 करोड़ रुपये और बढ़ जाएगा। हमने उत्तर पूर्व भारत में 4,000 करोड़ रुपये के कैपेक्स का ऐलान किया है।’

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बता दें कि इस साल मार्च को समाप्त तिमाही में, टॉप 10 भारतीय सीमेंट कंपनियों ने सालाना आधार पर 12 फीसदी की व़ल्यूम में वृद्धि दर्ज की, जबकि उनकी लाभप्रदता (profitability) में क्रमिक रूप से सुधार हुआ (हर तिमाही के आधार पर EBITDA प्रति टन 15 प्रतिशत था) क्योंकि बिजली और ईंधन की लागत में करीब 20 प्रतिशत तक गिरावट आई थी।

हालांकि, बिजी सीजन के बावजूद, बढ़ती प्रतिस्पर्धा की वजह से रियलाइजेशन ग्रोथ सुस्त रही। अब तक, यह क्षेत्र 40 कंपनियों में बंटा हुआ है, जिसमें टॉप 10 कंपनियां बाजार के प्रमुख हिस्से पर कब्जा कर रही हैं। जिसकी वजह से, इस साल जनवरी से सीमेंट कंपनियों के शेयर की कीमतों में सुधार हुआ है।

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31 मार्च, 2023 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के लिए, इसका राजस्व 13,540 करोड़ रुपये रहा और इसका समेकित शुद्ध लाभ (consolidated net profit) 27.69 प्रतिशत बढ़कर 1,079 करोड़ रुपये हो गया।

इस साल जनवरी से डालमिया भारत के शेयर की कीमत में 12.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और शुक्रवार को बंद होने तक कंपनी का बाजार पूंजीकरण (mcap) 39,282 करोड़ रुपये हो गया।

First Published - June 11, 2023 | 5:49 PM IST

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