रेटिंग एजेंसी क्रिसिल रेटिंग्स ने आज कहा कि मध्य अवधि में कर्ज की देनदारी और प्रतिबद्ध पूंजीगत व्यय योजनाओं को पूरा करने के लिए अदाणी समूह के पास पर्याप्त तरलता और परिचालन नकदी प्रवाह है।यह बयान अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के प्रमुख पदाधिकारियों गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन के खिलाफ अमेरिका के न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति अभियोग एवं विनिमय आयोग (एसईसी) की दीवानी शिकायत के बाद आया है। ये शिकायत न्यू यॉर्क के पूर्वी जिले की अमेरिकी जिला अदालत में दायर की गई थी।
ये आरोप प्रतिभूति धोखाधड़ी, वायर धोखाधड़ी और एसईसी के दिशानिर्देशों के उल्लंघन से संबंधित हैं, जिनके कारण एजीईएल के बॉण्ड पेशकश दस्तावेजों में रिश्वत रोधी और भ्रष्टाचार रोधी नीतियों के बारे में झूठे और भ्रामक बयान दिए गए।
क्रिसिल रेटिंग्स ने बयान में कहा कि उसने इन घटनाक्रमों और समूह की वित्तीय मजबूती पर उनके संभावित असर पर गौर किया है, जिसमें समूह की सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में गिरावट शामिल है। उसने बॉण्ड प्रतिफल में उतार-चढ़ाव और एजीईएल की 60 करोड़ डॉलर की बॉण्ड पेशकश रद्द करने पर भी गौर किया है।
एजेंसी ने कहा, ‘प्रबंधन और चुनिंदा ऋणदाताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर क्रिसिल रेटिंग्स समझती है कि इन घटनाक्रमों के कारण अब तक ऋणदाताओं/निवेशकों ने कोई नकारात्मक कार्रवाई नहीं की है, जैसे ऋण चुकाने में तेजी या पुर्गठन। हम मानते हैं कि अदाणी समूह के पास वित्तीय बाजारों में विकास और भविष्य की पूंजी उपलब्धता के आधार पर कुछ वैकल्पिक पूंजीगत व्यय कम करने गुंजाइश है।’
अदाणी समूह ने वित्त वर्ष 24 में 82,917 करोड़ रुपये का दमदार एबिटा दर्ज किया, जिसमें शुद्ध ऋण-एबिटा अनुपात 2.19 गुना था। सितंबर 2024 तक आठ सूचीबद्ध कंपनियों में 53,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी शेष थी, जबकि दीर्घकालिक ऋण परिपक्वता लगभग 27,500 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2025 की अक्टूबर-मार्च अवधि के दौरान 8,919 करोड़ रुपये की बाजार/निर्माण सुविधा तथा वित्त वर्ष 2026 के दौरान यह 2,137 करोड़ थी।