facebookmetapixel
Stocks To Buy: खरीद लो ये 2 Jewellery Stock! ब्रोकरेज का दावा, मिल सकता है 45% तक मुनाफाEPF नियमों पर दिल्ली हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: विदेशी कर्मचारियों को भी देना होगा योगदानSectoral ETFs: हाई रिटर्न का मौका, लेकिन टाइमिंग और जोखिम की समझ जरूरीED-IBBI ने घर खरीदारों और बैंकों को राहत देने के लिए नए नियम लागू किएकमजोर बिक्री के बावजूद महंगे हुए मकान, तीसरी तिमाही में 7 से 19 फीसदी बढ़ी मकान की कीमतमुंबई में बिग बी की बड़ी डील – दो फ्लैट्स बिके करोड़ों में, खरीदार कौन हैं?PM Kisan 21st Installment: किसानों के खातें में ₹2,000 की अगली किस्त कब आएगी? चेक करें नया अपडेटनतीजों के बाद दिग्गज Telecom Stock पर ब्रोकरेज बुलिश, कहा- खरीदकर रख लें, ₹2,259 तक जाएगा भावTata Steel के तिमाही नतीजों की तारीख घोषित! जानिए कब खुलेंगे कंपनी के मुनाफे के आंकड़ेटाटा मोटर्स की अहम बैठक 14 नवंबर को, सितंबर तिमाही के नतीजों पर होगी चर्चा

CCI कर सकता है Asian Paints की जांच, बाजार में वर्चस्व के दुरुपयोग का मामला

एशियन पेंट्स के खिलाफ लगाए गए आरोपों में डीलरों को ग्रासिम के बिड़ला ओपस के साथ कारोबार करने से रोकना भी शामिल है।

Last Updated- June 13, 2025 | 11:00 PM IST
Asian Paints
Photo: Shutterstock

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ए​शियन पेंट्स के ​खिलाफ जांच का आदेश दे सकता है। इस मामले से अवगत लोगों ने बताया कि कंपनी पर बाजार में अपने वर्चस्व का दुरुपयोग करने का आरोप है। आयोग प्राप्त शुरुआती जानकारी के आधार पर जांच का आदेश दे सकता है। सूत्रों के अनुसार, इस मामले की जांच करने के लिए महानिदेशक (जांच) को जल्द ही एक औपचारिक आदेश जारी किया जा सकता है। आयोग को आदित्य बिड़ला की कंपनी बिड़ला ओपस की ओर से एक शिकायत मिली थी। उसमें आरोप लगाया गया है कि 53 फीसदी बाजार हिस्सेदारी वाली बाजार की अग्रणी कंपनी एशियन पेंट्स प्रतिस्पर्धारोधी आचरण और बहिष्कार जैसे तरीके अपना रही है।

Also Read:  सोना एक लाख के पार, चांदी ने भी बनाया नया रिकॉर्ड; निवेशकों में बढ़ा उत्साह

एशियन पेंट्स के खिलाफ लगाए गए आरोपों में डीलरों को ग्रासिम के बिड़ला ओपस के साथ कारोबार करने से रोकना भी शामिल है। ग्रासिम आदित्य बिड़ला समूह की प्रमुख कंपनी है। इसके अलावा यह भी आरोप लगाया गया है कि एशियन पेंट्स ने कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं पर बिड़ला ओपस को आपूर्ति न करने अथवा मूल्य में भेदभाव करने के लिए दबाव डाला था।

प्रतिस्पर्धा आयोग को 2019 में जेएसडब्ल्यू पेंट्स की ओर से भी एशियन पेंट्स के खिलाफ इसी तरह की शिकायत मिली थी। उसमें आरोप लगाया गया था कि उसके सजावटी पेंट कारोबार शुरू करने के तुरंत बाद एशियन पेंट्स ने उन डीलरों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया था जो जेएसडब्ल्यू पेंट्स के सजावटी पेंट्स का स्टॉक रखने और स्टोरों में उसे प्रदर्शन करने के लिए सहमत हुए थे।

Also Read: SEBI के अनंत नारायण ने CFO और मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ाने की दी सख्त चेतावनी

मगर उस समय आयोग ने जेएसडब्ल्यू पेंट्स की याचिका को निपटाते हुए कहा था, ‘आयोग का मानना है कि संतुलन का झुकाव जेएसडब्ल्यू पेंट्स की ओर नहीं है। एशियन पेंट्स ने बताया है कि डीलरों के लिए अपनाई गई उसकी कुछ रणनीति व्यापार की शर्तों को आगे बढ़ाने के लिए थीं न कि जेएसडब्ल्यू पेंट्स को बाजार से दूर रखने के लिए।’

सूत्रों ने कहा कि जेएसडब्ल्यू द्वारा की गई शिकायत एक व्यापक बाजार से संबंधित थी जहां वर्चस्व के दुरुपयोग को स्थापित नहीं किया जा सका। मगर मौजूदा मामला कुछ खास बाजारों और उत्पादों से संबंधित है। आयोग की ओर से औपचारिक आदेश जारी किए जाने के बाद ही इस मामले में विस्तृत जानकारी उपलब्ध हो पाएगी।

एशियन पेंट्स के एमडी एवं सीईओ अमित सिंगले ने मार्च तिमाही के नतीजे की घोषणा के बाद निवेशकों से कहा था कि कंपनी को बाजार में नरमी के साथ-साथ बढ़ती प्रतिस्पर्धा की दोहरी मार झेलनी पड़ी।

First Published - June 13, 2025 | 10:56 PM IST

संबंधित पोस्ट