देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा फर्म एचसीएलटेक का वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही का राजस्व ब्लूमबर्ग के अनुमान से कम रहा। अपनी प्रतिस्पर्धियों की तरह धीमी वृद्धि के बावजूद कंपनी में चार अरब डॉलर के अनुबंधों की सर्वाधिक बुकिंग देखी गई है। एचसीएल टेक प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी सी विजयकुमार ने शिवानी शिंदे के साथ साक्षात्कार में राजस्व के अनुमान में कटौती, वृद्धि के संचालकों और कर्मचारियों को काम पर रखने के लक्ष्य के संबंध में बात की। प्रमुख अंश …
हां, हमारी बुकिंग बहुत अच्छी रही है। अपनी तीसरी तिमाही मजबूत होने की वजह से हम दमदार रूप में निकलेंगे। लेकिन हमारी पहली तिमाही कमजोर थी, दूसरी तिमाही काफी हद तक ठीक रही। हालांकि जब आप पहली दो तिमाहियों को जोड़ते हैं, तो पहली छमाही कमजोर है। हमें दूसरी छमाही में जोरदार रफ्तार दिख रही है। इनके ही आधार पर हमने अनुमान में कटौती का फैसला किया है।
हमारे सौदों की बुकिंग में केवल वे ही सौदे हैं, जो हम करते हैं और उनका निष्पादन शुरू कर देते हैं। इन सौदों में कोई देरी नहीं होगी। जो सौदे अब हो रहे हैं, उनमें से अधिकांश दक्षता और किफायती लागत वाली श्रेणी में हैं क्योंकि ज्यादातर सौदे दक्षता और बेहतर लागत के करीब हैं। ग्राहक इन चीजों के संबंध में तेजी से आगे बढ़ना चाहते हैं।
इसका मतलब यह नहीं है कि विवेक पर आधारित सौदे नहीं होते हैं। वे कुछ नरम हैं, इसलिए अधिकांश सौदे बेहतरीन उपयोग और दक्षता वाले सौदे हैं। ये दक्षता सौदे केवल लोगों द्वारा बदलाव की दिशा में बढ़ने आदि के संबंध में नहीं हैं, बल्कि इस संबंध में है कि आप प्रौद्योगिकी परिवर्तन कैसे लाते हैं, जिससे परिचालन लागत कम हो जाएगी। इसी पर हम सक्रिय रूप से प्रयास कर रहे हैं।
इस तिमाही में हमारे पास ऐसी 100 परियोजनाएं चल रही हैं, जो जेनरेटिव एआई पर केंद्रित हैं। पिछली तिमाही में यह संख्या 70 थी। हालांकि इनमें कुछ अवधारणा के प्रमाणन वाले चरण में हैं, कुछ का कार्यान्वयन हो रहा है। हम इस श्रेणी में अपनी पेशकशों को बढ़ाते रहेंगे और अंततः यह बड़ी पेशकश बन जाएगी।
वित्तीय सेवाओं में हमें विघटनकारी भागीदार के रूप में रखा गया है। हमने हमेशा हर ग्राहक के तकनीकी परिदृश्य में यथास्थिति पर सवाल उठाया है, इस संदर्भ में कि उन्होंने किस तरह आउटसोर्स किया है, वे कौन से ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें वे अलग तरीके से काम कर सकते हैं। बहुत सारे पारंपरिक सुखद स्थिति में हैं और वे ये सवाल नहीं पूछते हैं।
कर्मचारियों की संख्या कम हो गई है, क्योंकि हमारे यहां कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ी है, लेकिन हमने उनकी जगह नहीं भरी। क्योंकि हमारे पास सिस्टम में प्रशिक्षित लोगों तक पहुंच थी। इन फ्रेशर्स को पिछले 18 महीनों में काम पर रखा गया था। इस वित्त वर्ष के लिए हमने फ्रेशर्स की नियुक्ति का अपना लक्ष्य 10,000 कायम रखा है।