facebookmetapixel
Top-5 Mid Cap Fund: 5 साल में ₹1 लाख के बनाए ₹4 लाख; हर साल मिला 34% तक रिर्टनभारत और इजरायल ने साइन की बाइलेट्रल इन्वेस्टमेंट ट्रीटी, आर्थिक और निवेश संबंधों को मिलेगी नई मजबूतीभारत में जल्द बनेंगी सुपर एडवांस चिप्स! सरकार तैयार, Tata भी आगे₹100 से नीचे ट्रेड कर रहा ये दिग्गज स्टॉक दौड़ने को तैयार? Motilal Oswal ने दी BUY रेटिंग; चेक करें अगला टारगेटअमेरिका टैरिफ से FY26 में भारत की GDP 0.5% तक घटने की संभावना, CEA नागेश्वरन ने जताई चिंताPaytm, PhonePe से UPI करने वाले दें ध्यान! 15 सितंबर से डिजिटल पेमेंट लिमिट में होने जा रहा बड़ा बदलावVedanta Share पर ब्रोकरेज बुलिश, शेयर में 35% उछाल का अनुमान; BUY रेटिंग को रखा बरकरारGST कटौती के बाद खरीदना चाहते हैं अपनी पहली कार? ₹30,000 से ₹7.8 लाख तक सस्ती हुई गाड़ियां; चेक करें लिस्टविदेशी निवेशकों की पकड़ के बावजूद इस शेयर में बना ‘सेल सिग्नल’, जानें कितना टूट सकता है दाम35% करेक्ट हो चुका है ये FMCG Stock, मोतीलाल ओसवाल ने अपग्रेड की रेटिंग; कहा – BUY करें, GST रेट कट से मिलेगा फायदा

Google Maps छोड़ ओला मैप्स से जुड़ें: भवीश

Ola Maps का एक साल फ्री ट्रायल और 100 करोड़ रुपये के फ्री क्रेडिट के साथ आकर्षित करने की कोशिश

Last Updated- July 08, 2024 | 10:18 PM IST
भारत में OLA का बोलबाला, Uber काफी पीछे, Uber way behind Ola in India: Bhavish Aggarwal responds to Khosrowshahi

ओला के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी भवीश अग्रवाल डेवलपरों को गूगल मैप्स से नाता तोड़ने और ओला मैप्स का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। कंपनी डेवलपरों को अपने कृत्रिम क्लाउड पर ओला मैप्स एक साल तक मुफ्त इस्तेमाल करने दे रही है। वह 100 करोड़ रुपये से ज्यादा फ्री क्रेडिट भी मुहैया करा रही है।

कंपनी ने गूगल मैप्स का इस्तेमाल बंद कर अपना ओला मैप्स अपनाना शुरू किया है। इससे करीब 100 करोड़ रुपये की सालाना बड़ी बचत होगी। अग्रवाल ने हाल में कंपनी का वर्कलोड प्रौद्योगिकी दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म एजर से हटाकर अपने कृत्रिम क्लाउड पर स्थानांतरित किया है।

अग्रवाल ने सोमवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘एजर से बाहर होने के बाद भारतीय डेवलपरों के लिए यह समय गूगल मैप्स से बाहर निकलने का है। हम ओला मैप्स पर सभी डेवलपरों को 1 वर्ष तक फ्री एक्सेस और 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के फ्री क्रेडिट दे रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘हम लंबे समय से भारत का मैप बनाने के लिए पश्चिमी ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं और वे हमारी विशिष्ट चुनौतियों को नहीं समझते हैं। जैसे सड़कों के नाम, शहरी परिवर्तन, चुनौतीपूर्ण ट्रैफिक, बिना मानक वाली सड़कें आदि। ओला मैप्स एआई-संचालित भारत-केंद्रित एल्गोरिदम, करोड़ों वाहनों के रियल-टाइम डेटा, ओपन सोर्स का लाभ उठाने और बड़े पैमाने पर योगदान देने के साथ इन समस्याओं का समाधान करता है।’

ओला ने कहा कि वह सिर्फ आज के लिए मैप नहीं बना रही है, बल्कि कल के मोबिलिटी इनोवेशन के लिए बुनियादी ढाँचा तैयार कर रही है। स्वचालित वाहनों से लेकर उड़ने वाली टैक्सियों और ड्रोन तक, मोबिलिटी के भविष्य में ऐसे मैप की मांग बढ़ेगी।

First Published - July 8, 2024 | 10:18 PM IST

संबंधित पोस्ट