ओला के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी भवीश अग्रवाल डेवलपरों को गूगल मैप्स से नाता तोड़ने और ओला मैप्स का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। कंपनी डेवलपरों को अपने कृत्रिम क्लाउड पर ओला मैप्स एक साल तक मुफ्त इस्तेमाल करने दे रही है। वह 100 करोड़ रुपये से ज्यादा फ्री क्रेडिट भी मुहैया करा रही है।
कंपनी ने गूगल मैप्स का इस्तेमाल बंद कर अपना ओला मैप्स अपनाना शुरू किया है। इससे करीब 100 करोड़ रुपये की सालाना बड़ी बचत होगी। अग्रवाल ने हाल में कंपनी का वर्कलोड प्रौद्योगिकी दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म एजर से हटाकर अपने कृत्रिम क्लाउड पर स्थानांतरित किया है।
अग्रवाल ने सोमवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा, ‘एजर से बाहर होने के बाद भारतीय डेवलपरों के लिए यह समय गूगल मैप्स से बाहर निकलने का है। हम ओला मैप्स पर सभी डेवलपरों को 1 वर्ष तक फ्री एक्सेस और 100 करोड़ रुपये से ज्यादा के फ्री क्रेडिट दे रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हम लंबे समय से भारत का मैप बनाने के लिए पश्चिमी ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं और वे हमारी विशिष्ट चुनौतियों को नहीं समझते हैं। जैसे सड़कों के नाम, शहरी परिवर्तन, चुनौतीपूर्ण ट्रैफिक, बिना मानक वाली सड़कें आदि। ओला मैप्स एआई-संचालित भारत-केंद्रित एल्गोरिदम, करोड़ों वाहनों के रियल-टाइम डेटा, ओपन सोर्स का लाभ उठाने और बड़े पैमाने पर योगदान देने के साथ इन समस्याओं का समाधान करता है।’
ओला ने कहा कि वह सिर्फ आज के लिए मैप नहीं बना रही है, बल्कि कल के मोबिलिटी इनोवेशन के लिए बुनियादी ढाँचा तैयार कर रही है। स्वचालित वाहनों से लेकर उड़ने वाली टैक्सियों और ड्रोन तक, मोबिलिटी के भविष्य में ऐसे मैप की मांग बढ़ेगी।