Amazon Inc इस साल भारत से $5 बिलियन के छोटे उत्पादों का निर्यात करने की योजना बना रहा है, जो 2023 में करीब $3 बिलियन था। कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि इन उत्पादों की आपूर्ति अमेरिका और ब्रिटेन जैसे बाजारों में की जाएगी। कंपनी का यह कदम भारत में अपना कारोबार बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
Amazon का यह निर्णय भारत की बढ़ती वैश्विक सप्लाई चेन में महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। कई अन्य अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भी अब चीन के बजाय भारत और दूसरे देशों से सामान मंगाने पर ध्यान दे रही हैं। Walmart Inc भी 2027 तक भारत से अपनी खरीद को $10 बिलियन तक बढ़ाने की योजना बना रहा है, जो 2020 में करीब $3 बिलियन थी।
Amazon के ग्लोबल ट्रेड डायरेक्टर, भूपेन वाकणकर ने कहा, “भारत Amazon के लिए सबसे बड़े सोर्सिंग केंद्रों में से एक है।” उन्होंने बताया कि Amazon ने भारत के वाणिज्य मंत्रालय और व्यापार संघों के साथ मिलकर देश भर के छोटे निर्माताओं से संपर्क किया है। ये निर्माता कपड़े, ज्वेलरी, घरेलू सामान और आयुर्वेदिक उत्पाद जैसे सामान बनाते हैं, जिन्हें सीधे अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों तक पहुंचाया जा रहा है।
Amazon छोटे व्यापारियों की मदद के लिए टेक्नोलॉजी और टूल्स में बड़े पैमाने पर निवेश कर रहा है ताकि उनकी पहुंच बढ़ाई जा सके और उनकी बिक्री में इजाफा हो सके। वाकणकर ने यह बात नई दिल्ली में होने वाली निर्यातकों की बैठक से पहले कही।
हाल के वर्षों में Amazon और Walmart की Flipkart ने भारत के रिटेल सेक्टर को पूरी तरह बदल दिया है। इन्होंने छोटे व्यवसायों से सामान खरीदने में अरबों डॉलर का निवेश किया है और भारी छूट देकर ग्राहकों को आकर्षित किया है। हालांकि, इन कंपनियों को व्यापारिक और राजनीतिक संगठनों से आलोचना भी झेलनी पड़ी है। भारत के वाणिज्य मंत्री ने Amazon और अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों पर कम कीमतों पर सामान बेचने का आरोप लगाया है, जिससे देश के लाखों छोटे दुकानदारों पर असर पड़ सकता है।
2022 में Amazon ने घोषणा की थी कि वह 2030 तक भारत में $26 बिलियन का निवेश करेगा, जिसमें उसके क्लाउड व्यवसाय के लिए भी फंड शामिल है।
2015 में शुरू किए गए ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम के तहत Amazon ने 1,50,000 से अधिक छोटे भारतीय निर्यातकों को अपने उत्पाद सीधे विदेशी बाजारों में बेचने का अवसर दिया है। वाकणकर के अनुसार, 2023 के अंत तक इन निर्यातकों ने लगभग $8 बिलियन के उत्पाद बेचे हैं। Amazon का लक्ष्य है कि 2025 तक भारत से कुल $20 बिलियन का ई-कॉमर्स निर्यात संभव हो सके।