अदाणी कैपिटल (Adani Capital) और अदाणी हाउसिंग (Adani Housing) की पूरी 90 फीसदी हिस्सेदारी प्राइवेट इक्विटी फर्म बेन कैपिटल को 1,440 करोड़ रुपये में बेचकर अदाणी समूह वित्तीय सेवा कारोबार से बाहर निकल गया है।
मौजूदा प्रबंध निदेशक और सीईओ गौरव गुप्ता के पास बाकी हिस्सेदारी होगी। अदाणी के वित्तीय सेवा कारोबार का कुल मूल्यांकन 1,600 करोड़ रुपये है।
कंपनी की मौजूदा वृद्धि के लिए बेन कैपिटल अतिरिक्त 983 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इसके अलावा बेन कैपिटल कंपनी को गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्रों के रूप में 409 करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी भी उपलब्ध कराएगी।
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) और उनकी टीम ने अर्धशहरी व ग्रामीण भारत को ध्यान में रखते हुए न सिर्फ वित्तीय सेवा कारोबार खड़ा किया बल्कि इसने अदाणी समूह में काफी योगदान भी किया।
अदाणी ने कहा, मैं खुश हूं कि बेन जैसी अतुल्य निवेशक अब इस कंपनी के साथ जुड़ रही है और यह कारोबार को कई गुना बढ़ाने में मदद करेगी। बेन कैपिटल के पार्टनर ऋषि मंडावत ने कहा, गौरव व उनकी टीम ने बेहतर उधारी कारोबार खड़ा किया है, जो उद्यमिता को सहारा दे रहा है और देश में खुदरा एमएसएमई की 300 अरब डॉलर की उधारी मांग पूरी करने करने की कोशिश कर रहा है।
कंपनी के कारोबारी फंडामेंटल मजबूत हैं, अनुभवी टीम है और उनके पास कृषि, हाउसिंग जैसे मुख्य क्षेत्रों के अलावा बैंकिंग सेवा से महरूम ग्रामीण इलाकों में विस्तार की क्षमता भी है।
उन्होंने कहा, हम गौरव व उनकी टीम के साथ साझेदारी में काफी मौके देख रहे हैं, जो अदाणी कैपिटल को बढ़त के अगले चरण के लिए सहारा देगा, साथ ही पूंजी, रणनीतिक व परिचालन से जुड़े संसाधन तक पहुंच मुहैया कराएगा और भारत व दुनिया भर में वित्तीय सेवा कारोबार के साथ साझेदारी के गहरे अनुभव का भी लाभ देगा।
गौरव गुप्ता ने कहा कि पूंजी, मजबूत ब्रांड और कारोबार खड़ा करने की आजादी के साथ अदाणी कैपिटल में हमने छह असाधारण वर्ष बिताए हैं और इस मौके के लिए और मुझ पर भरोसा करने के लिए मैं गौतम भाई को धन्यवाद देता हूं।
उन्होंने कहा, हमारा इरादा हमेशा से ही भारत में छोटे उद्यमों, पहली बार घर खरीदने वालों को सहारा देने का रहा है और ग्राहकों के लिए हम मितव्ययी व सुविधाजनक लेनदार रहे हैं। मैं और मेरी टीम बेन कैपिटल को साझेदार के रूप में पाकर खुश है, जो ग्राहकों को अफोर्डेबल फाइनैंस उपलब्ध कराने के हमारे विजन को साझा कर रही है और ग्राहकों की शिक्षा आदि पर भी, जिसका मजबूती से ध्यान है। चूंकि बेन कैपिटल 1,000 करोड़ रुपये की और पूंजी की प्रतिबद्धता जता रही है, ऐसे में हम यहां से चार गुना बढ़त के लिए सुसज्जित हो गए हैं।
अदाणी कैपिटल का गठन साल 2017 में अफोर्डेबल, सुविधाजनक उधारी समाधान और अगली पीढ़ी की एमएसएमई व उद्यमी की सहायता के लिए किया गया था। अदाणी कैपिटल ने करीब 50 करोड़ डॉलर का एयूएम खड़ा किया है, साथ ही इसके 170 से ज्यादा शाखाएं आठ राज्यों में हैं और 2,500 पेशेवर लोगों की टीम है। अदाणी की निकासी के साथ कंपनी की ब्रांडिंग में बदलाव होगा।
दूसरी ओर, अदाणी समूह की योजना इन्फ्रा कारोबार पर ध्यान देने और कर्ज चुकाने की है – प्रवर्तकों के स्तर पर और सूचीबद्ध इकाइयों के स्तर पर।
यह समूह अभी नवी मुंबई एयरपोर्ट परियोजना व गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना पूरी करने में व्यस्त है। पिछले हफ्ते महाराष्ट्र सरकार ने धारावी पुनर्विकास परियोजना अदाणी समूह को दी है, जहां 20,000 करोड़ रुपये की दरकार होगी। समूह कॉपर स्मेल्टर व पीवीसी परियोजना भी लगा रही है।
समूह की तीन सूचीबद्ध कंपनियां अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी ट्रांसमिशन की योजना कैलेंडर वर्ष के आखिर तक क्यूआईपी के जरिए 33,000 करोड़ रुपये जुटाने की है।