आईटी सेवा एवं परामर्श क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ऐक्सेंचर 19,000 लोगों यानी अपने 2.5 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। कंपनी ने कहा है कि वेतन पर खर्च अधिक होने के कारण छंटनी का निर्णय लिया गया है ताकि खर्च को वाजिब किया जा सके। कंपनी ने यह भी कहा है कि कर्मचारियों को बाहर करने पर उसे करीब 1.2 अरब डॉलर खर्च होने का अनुमान है।
इसके साथ ही ऐक्सेंचर प्रौद्योगिकी क्षेत्र की उन कंपनियों में शामिल हो गई है, जिन्होंने बड़े पैमाने पर छंटनी की घोषणा की है। अब तक मेटा, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एमेजॉन आदि ने छंटनी की घोषणा की है।
छंटनी वाले इन 19,000 कर्मचारियों में से आधे कंपनी की नॉन-बिलेबल गतिविधियों से जुड़े हैं। इसके अलावा कंपनी के 10,000 थॉट लीडर में से 800 को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। विश्लेषकों से बातचीत के दौरान कंपनी प्रबंधन ने कहा कि 19,000 कर्मचारियों में से आधे को इस वित्त वर्ष के अंत तक बाहर किया जाएगा। फिलहाल यह नहीं कहा जा सकता कि कंपनी के इस निर्णय का उसके भारतीय परिचालन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
ऐक्सेंचर की चेयरपर्सन एवं सीईओ जूली स्वीट ने कहा, ‘हम ढांचागत खर्च घटा रहे हैं ताकि सुनिश्चित हो सके कि हम बेहतर स्थिति में हैं।’ उन्होंने कहा, ‘अभी हम वेतन के मोर्चे पर लगातार बढ़ते खर्च की मुश्किल से जूझ रह हैं। हम मूल्य निर्धारण के साथ-साथ लागत कुशलता, डिजिटलीकरण पर भी काम करते आए हैं। इसलिए हमने ढांचागत लागत में कटौती करने का निर्णय लिया है ताकि हम मजबूत बने रहें।’
कंपनी ने नियामकीय खुलासे में कहा है कि वह नीतिगत वृद्धि की अपनी प्राथमिकताओं के हिसाब से नियुक्तियां करती जा रही है मगर वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही में उसने लागत कम करने के लिए कामकाज दुरुस्त करने और अपनी नॉन-बिलेबल गतिविधियों में बदलाव करने का काम शुरू किया है।
कंपनी ने यह भी कहा है कि अगली तिमाही में भर्तियां कमजोर रहेंगी। स्वीट ने कहा, ‘पिछली दो तिमाहियों में हमने 28,000 भर्तियां कीं। इस तिमाही में 91 फीसदी का ही इस्तेमाल हुआ। हमारे पास बाजार की मांग पूरी करने के लिए कौशल और लोग हैं। दूसरी और तीसरी तिमाही में हम भर्ती नहीं करेंगे। अब भर्ती चौथी तिमाही में ही हो सकती हैं।’
ऐक्सेंचर का यह कदम आईटी क्षेत्र की तस्वीर दिखाता है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि ऋणात्मक रही यानी जितनी भर्ती हुईं, उनसे ज्यादा कर्मचारियों ने कंपनी छोड़ी। इन्फोसिस और विप्रो में भी नई भर्तियां उम्मीद से कम रहीं और कई कंपनियों ने तो फ्रेशरों की भर्ती के लिए अभी तक इंजीनियरिंग कॉलेजों का रुख तक नहीं किया है।
दूसरी तिमाही में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद ऐक्सेंचर ने चालू वर्ष के लिए अपने आय अनुमान का ऊपरी दायरा कम कर लिया है। कंपनी ने कहा कि 2023 में स्थानीय मुद्रा में उसकी आय 8 से 10 फीसदी बढ़ सकती है, जबकि पहले कंपनी ने 8 से 11 फीसदी बढ़ोतरी का अनुमान लगाया था। 2023 की दूसरी तिमाही में कंपनी की आय 15.81 अरब डॉलर रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 15.05 अरब डॉलर थी।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी ने रिकॉर्ड 22.1 अरब डॉलर के नए सौदे किए। मगर मौजूदा अनिश्चितता का असर कंपनी के परामर्श कारोबार पर पड़ा है और इस श्रेणी की आय में 1 फीसदी की कमी आई है।
मांग की वर्तमान स्थिति पर ऐक्सेंचर के मुख्य वित्त अधिकारी के सी मैकक्लूर ने कहा, ‘हमारे पास अच्छे सौदे हैं और तीसरी तिमाही में बिक्री की संभावना भी मजबूत लग रही है मगर बुकिंग पिछली तिमाही की तुलना में थोड़ी कम रहेगी।’
वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही के दौरान ऐक्सेंचर ने लागत घटाने के लिए अपने परिचालन को कारगर बनाने और ऑफिस स्पेस को कम करने की पहल की है।