केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि मोदी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विश्वास जताया कि किसान नेता स्थिति को समझेंगे और अपना प्रदर्शन खत्म कर देंगे।
खाद्य मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने किसानों के साथ चौथे दौर की बात की, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दिए जाने की मांग कर रहे हैं।
गोयल ने कहा कि सरकार हमेशा किसानों का समर्थन करती रही है और उनके साथ खड़ी है। इस मौके पर उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि भारत सरकार चना, आटा और चावल के साथ भारत मसूर और मूंग की बिक्री कर रही है, जिससे कीमतों में कमी आ सके और उम्मीद है कि आवश्यक जिंसों की कीमतें सीमा के भीतर बनी रहेंगी।
मंत्री ने कहा, ‘कुछ लोगों के प्रचार से भ्रमित न हों। सरकार किसानों के हित को लेकर प्रतिबद्ध है और हम हर किसान के बेहतर भविष्य को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।’
मंत्री ने कहा कि कृषि मंत्री और गृह राज्य मंत्री के साथ उन्होंने किसान नेताओं को बताया है कि सरकार किस तरह से उनके साथ मिलकर काम कर सकती है, जिससे कृषक समुदाय का बेहतर भविष्य सुनिश्चित हो सके।
गोयल ने पीटीआई के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘मुझे भरोसा है कि वे स्थिति को समझेंगे और प्रदर्शन खत्म करेंगे।’ उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा कि सरकार उन किसानों से मक्का, कपास और दलहन की एमएसपी पर खरीद की गारंटी देने को इच्छुक है, जो धान की जगह इन फसलों की बोआई करना चाहते हैं।
प्रदर्शनकारी किसानों के साथ अगले दौर की बातचीत के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा कि किसी के साथ बातचीत सतत प्रक्रिया है।