Onion Export Ban: केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात (Onion Export) पर प्रतिबंध हटने की अटकलों के बीच यह स्पष्ट कर दिया है कि इसके निर्यात पर पाबंदी पहले घोषित 31 मार्च तक जारी रहेगा।
बता दें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल 8 दिसंबर को प्याज के निर्यात पर रोक लगाई थी। इस बीच, तीते कुछ दिनों से प्याज की थोक कीमतों में तेजी देखी जा रही है।
सरकार क्यों नहीं हटा रही है प्याज के निर्यात पर पाबंदी?
सरकार ने पिछले साल प्याज के बढ़ते दाम को नियंत्रित करने के लिए इसके निर्यात पर रोक लगाई थी। सरकार फिलहाल निर्यात पर प्रतिबंध प्याज के दाम नियंत्रित रखने के लिए नहीं हटाना चाहती है।
उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह का कहना है कि प्याज निर्यात पर प्रतिबंध नहीं हटाया गया है और यह जारी है। उन्होंने कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता घरेलू उपभोक्ताओं को उचित मूल्य पर प्याज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराना है।
निर्यात कब हटने की है संभावना?
जानकारों का कहना है कि प्याज का महंगा होना चुनावी मुद्दा बनता रहा है। इसलिए आगे कहीं प्याज के दाम बढ़ने पर यह आम चुनाव के बीच चुनावी मुद्दा न बन जाए। इसलिए 31 मार्च के बाद भी आम चुनाव से पहले प्रतिबंध हटाए जाने की संभावना नहीं है। इस साल रबी सीजन वाले प्याज का उत्पादन कम रह सकता है क्योंकि मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में इसका रकबा घटा है।
कृषि मंत्रालय के अधिकारी आने वाले दिनों में प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात में रबी प्याज ‘कवरेज’ का आकलन करेंगे। वर्ष 2023 के रबी सीजन में प्याज का उत्पादन 2.27 करोड़ टन होने का अनुमान लगाया गया है। अंतर-मंत्रालयी समूह से मंजूरी के बाद मित्र देशों को उनके साथ रिश्तों तथा अन्य स्थिति को देखते हुए प्याज के निर्यात की अनुमति दी गई है।
वित्त वर्ष 2023-24 में कितना हुआ है प्याज का निर्यात?
चालू वित्त वर्ष में प्याज के निर्यात में प्रतिबंध लगाने से पहले बढ़ोतरी देखी गई है। एग्रीकल्चर ऐंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (APEDA) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-नवंबर अवधि में 16.26 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है। पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 15.19 लाख टन था। इस तरह इस वित्त वर्ष नवंबर तक प्याज के निर्यात में करीब 7 फीसदी इजाफा हुआ है।
हालांकि, दिसंबर से प्याज निर्यात पर पाबंदी लगने के बाद चालू वित्त वर्ष कुल प्याज निर्यात पिछले वित्त वर्ष की तुलना में कम रहने वाला है। पिछले वित्त वर्ष 25.25 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ था।
इस समय मंडियों में क्यों महंगा हो रहा है प्याज ?
प्याज के निर्यात पर पाबंदी हटने की अटकलों के बीच बीते तीन-चार दिन से प्याज की प्रमुख मंडियों में इसके भाव तेजी देखी जा रही है। मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की प्रमुख मंडी पिंपलगांव में प्याज की मॉडल कीमत 16 फरवरी को 1,250 रुपये थी, जो आज बढ़कर 1,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। दिल्ली की आजादपुर मंडी में इस दौरान प्याज की मॉडल कीमत 1,594 रुपये से बढ़कर 1,906 रुपये हो गई है।