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India oil imports: रूस से आयात घटा, भारत ने लैटिन अमेरिका और अफ्रीका से कच्चे तेल की खरीद बढ़ाई

अमेरिकी प्रतिबंधों के असर से बचने के लिए भारत ने बढ़ाए वैकल्पिक स्रोत, फरवरी में आयात में बड़ा बदलाव

Last Updated- March 13, 2025 | 9:49 PM IST
Crude oil prices and transportation costs will increase due to US sanctions अमेरिकी प्रतिबंध से कच्चे तेल के दाम व ढुलाई लागत में होगी वृद्धि

फरवरी में लैटिन अमेरिका और अफ्रीका से भारत के कच्चे तेल के आयात में बढ़ोतरी हुई है। भारत के रिफाइनर अमेरिकी प्रतिबंधों के बाद रूस से तेल की आपूर्ति प्रभावित होने के डर से वैकल्पिक स्रोतों की तलाश कर रहे हैं।

2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद रूस पर पश्चिमी देशों ने प्रतिबंध लगा दिया, उसके बाद भारत, रूस से छूट पर मिलने वाले कच्चे तेल का बड़ा खरीदार बनकर उभरा था। फरवरी में रूस से तेल का आयात जनवरी की तुलना में 3 प्रतिशत कम होकर 15.4 लाख बैरल प्रतिदिन रह गया।

वहीं अफ्रीकी देशों से तेल आयात फरवरी में करीब 3,30,000 बीपीडी हो गया, जो जनवरी में 1,43,000 बीपीडी था। वहीं फरवरी में दक्षिण अमेरिका से आयात 60 प्रतिशत बढ़कर 4,53,600 बीपीडी हो गया है।

First Published - March 13, 2025 | 9:45 PM IST

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