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FY24: मुनाफे की पटरी पर सरपट दौड़ता सोना, निवेशक मालामाल; ज्वेलर्स ने बताया चांदी का भी रुझान

सोना में निवेश करने वालों को 12.6 फीसदी और चांदी में निवेश करने वालों को 3.6 फीसदी का मुनाफा हुआ। सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि आगे भी यह तेजी जारी रहने वाली है।

Last Updated- March 31, 2024 | 7:00 PM IST
Gold Silver Price

सोने- चांदी की चमक लगातार बढ़ रही है। सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रही है। निवेशकों के लिए यह साल मुनाफे वाला रहा है। सोना में निवेश करने वालों को वित्त वर्ष 2023-24 में करीब 13 फीसदी का फायदा हुआ है। मौजूदा वैश्विक रुझानों को देखते हुए कहा जा सकता है कि वित्त वर्ष 2024-25 में भी सोने की चमक में और भी निखार आएगी। सोने के साथ चांदी भी निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प साबित हुई है।

वित्त वर्ष 2023-24 की शुरुआत में सोना 59512 रुपये प्रति 10 ग्राम था जो वर्ष के अंत में बढ़कर 66985 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। जबकि चांदी के भाव 71582 रुपये से बढ़कर 74127 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गया । सोना में निवेश करने वालों को 12.6 फीसदी और चांदी में निवेश करने वालों को 3.6 फीसदी का मुनाफा हुआ। सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि आगे भी यह तेजी जारी रहने वाली है। ऐसे में सोने में निवेश सबसे अच्छा विकल्प है।

सोना में निवेशकों के लिए यह साल मुनाफे वाला रहा। JJC के चैयरमेन संयम मेहरा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में 13.2 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई। भारतीय बाजार में भी वित्त वर्ष 24 में गोल्ड की कीमतें 12.5-13 प्रतिशत बढ़ीं। नए वित्त वर्ष में भी सोना की कीमतों को जियो-पॉलिटिकल और केन्द्रीय बैंकों द्वारा की जा रही रिकॉर्ड खरीदारी का सपोर्ट मिलेगा। गोल्ड की कीमतें और बढ़ने की उम्मीद है।

बुलियन कारोबारियों के नवीनतम दीर्घकालिक पूर्वानुमान के अनुसार सोने की कीमत पहली तिमाही में 2200 डॉलर, वर्ष 2024 के अंत में 2300 डॉलर और फिर 2025 के अंत तक 2700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगी। वर्ष 2027 के भीतर सोना 3000 डॉलर, 2029 में 3500 डॉलर, 2030 में 4000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा। कारोबारियों को उम्मीद है कि 2024 के अंत तक सोना 2,300 डॉलर तक पहुंच जाएगा।

ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा के अनुसार अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक की ओर से इस साल ब्याज दरों में तीन बार कटौती की घोषणा और डॉलर में बिकवाली से सोना के भाव तेजी बनी हुई है। साढ़े तीन वर्ष के बाद सोना नई तेजी की तरफ आगे बढ़ रहा है।

सोने चांदी में इलेक्ट्रानिक क्रेडिट फंड (FTE) में भी तेजी से निवेश बढ़ा है। जो सोने में तेजी का कारण कहा जा सकता है। यदि भाव में गिरावट आती है तो उस दौरान खरीदारी फायदेमंद साबित होगी। फिलहाल निवेशक सोने की अपेक्षा चांदी में निवेश कर सकते हैं। क्योंकि सोने की तुलना में चांदी में अभी तेजी नहीं आई है।

मुंबई ज्वेलर्स एसोसिएशन के कुमार जैन ने बताया कि भाव में तेजी के बाद लोगों का सोने के प्रति रुझान बढ़ा है। कहीं न कहीं लोगों को यह लग रहा है कि इस समय सोने की खरीदारी करना भविष्य में फायदेमंद साबित होगा। फिलहाल भाव में तेजी बनी रहने की उम्मीद है। तेजी की प्रमुख वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक में ब्याज दरों में कटौती है।

देश में शादियों का सीजन शुरु होने वाला है लेकिन कीमतों में तेजी ग्राहकों को परेशान कर रही है। कैट महाराष्ट्र के महामंत्री शंकर ठक्कर कहते हैं कि ऐन शादियों के सीजन के वक्त ही सोने में और चांदी में उछालने से जो लोग अंतिम समय पर खरीदी करने की सोच रहे थे उन्हें पछताना पड़ रहा है क्योंकि सभी ने शादियों के लिए बजट बनाया होता है और एकदम दामों में उछाल आने से कम खरीद कर या फिर अधिक पैसों का जुगाड़ कर कीमती वस्तुएं खरीदी करनी पड़ रही है।

First Published - March 31, 2024 | 7:00 PM IST

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