राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को सरकार को निर्णायक बताते हुए कहा कि कोई भी निर्णय नीतिगत पंगुता का शिकार नहीं हुआ। उन्होंने संसद के बजट अधिवेशन के पहले दिन संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि अमृत काल यानी अगले 25 साल में जब भारत आजादी के 100 साल पूरे करेगा तब गरीबी […]
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शहरी और ग्रामीण दोनो इलाकों में श्रम बाजार कोविड-19 के पहले के स्तर पर पहुंच गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2022-23 के मुताबिक आपूर्ति और मांग दोनों मामलों में यह अब महामारी के पहले के स्तर पर है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा कराए गए आवधिक श्रम […]
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आर्थिक समीक्षा (Economic Survey) पेश किए जाने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा कि बजट में घाटे का लक्ष्य कर्ज के स्तर और सरकार द्वारा प्रभावी तरीके से व्यय की क्षमता पर निर्भर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023 के और आंकड़े उपलब्ध होने पर आर्थिक समीक्षा को अद्यतित […]
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भारतीय अर्थव्यवस्था पर बाहरी झटकों की मार जैसे ही कम होगी वैसे ही उसे नरेंद्र मोदी सरकार के दो कार्यकाल में अब तक किए गए सुधारों का फायदा मिलने लगेगा। वित्त वर्ष 2022-23 की आर्थिक समीक्षा (Economic Survey) में यह भरोसा जताया गया है। मगर समीक्षा में आगाह किया गया है कि वैश्विक मांग घटने […]
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इकोनॉमिक सर्वे (आर्थिक समीक्षा) में कहा गया है कि भारत में मुद्रास्फीति (Inflation) में तेजी आने का जोखिम दूर हो गया है। वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई की चुनौती बीते वर्ष के मुकाबले कम चिंताजनक रहने का अनुमान है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति 6.7 प्रतिशत, और अगले वित्त […]
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देश की आर्थिक वृद्धि दर अगले वित्त वर्ष (2023-24) में कुछ धीमी पड़कर 6 से 6.8 फीसदी रहने का अनुमान है। इसका एक बड़ा कारण वैश्विक स्तर पर विभिन्न चुनौतियों से निर्यात प्रभावित होने की आशंका है। हालांकि इसके बावजूद देश दुनिया में बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के मुकाबले तीव्र आर्थिक वृद्धि हासिल करने वाला बना रहेगा। […]
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सरकार ने आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि पिछले कुछ महीनों में ऋण वितरण में आई तेजी और निजी पूंजीगत खर्च में वृद्धि बरकरार रहने की संभावना है, जिससे मजबूत निवेश चक्र को बढ़ावा मिलेगा। समीक्षा में कहा गया है, ‘नियामकों द्वारा वित्तीय व्यवस्था में जोखिमों की लगातार निगरानी और जोखिम दूर करने के […]
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भारतीय कृषि ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव, खेती की बढ़ती लागत आदि जैसी कुछ चुनौतियों की पृष्ठभूमि में इस क्षेत्र को नई दिशा देने की जरूरत है। संसद में मंगलवार को पेश 2022-23 की आर्थिक समीक्षा में यह कहा गया है। अन्य चुनौतियों में छोटी जोत भूमिधारिता, कृषि मशीनीकरण […]
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वैश्विक अर्थव्यवस्था अगर रफ्तार नहीं पकड़ पाती है तो अगले वित्त वर्ष में भारत की निर्यात वृद्धि सपाट रहने की संभावना है। आर्थिक समीक्षा (Economic Survey) में मंगलवार को यह कहा गया। समीक्षा में कहा गया कि वैसे तो भारत का व्यापारिक निर्यात 2021-22 में 422 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर को छू गया, […]
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मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी अनंत नागेश्वरन ने मंगलवार को कहा कि भारतीय इकॉनमी बेहतर प्रदर्शन करने को तैयार है और इस दशक की शेष अवधि में इकोनॉमिक ग्रोथ 6.5 से सात प्रतिशत के बीच रहने की उम्मीद है। वित्त मंत्री निर्मला सीतामरण के संसद में आर्थिक समीक्षा पेश किये जाने के बाद संवाददाताओं से […]
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