Skip to content
  रविवार 26 मार्च 2023
Trending
March 25, 2023एवलॉन टेक्नोलॉजीज का आईपीओ तीन अप्रैल को खुलेगाMarch 25, 2023किफायती घरों की आपूर्ति में गिरावट का दौर जारीMarch 25, 2023पूर्व तटीय रेलवे ने रिकॉर्ड 23.23 करोड़ टन माल की ढुलाई कीMarch 25, 2023श्रीकांत वेंकटचारी होंगे रिलायंस के अगले CFOMarch 25, 2023टाटा पावर DDL बिजली चोरी मामलों के लिए 26 मार्च को लोक अदालत आयोजित करेगीMarch 25, 2023संसद में रहूं या बाहर, चाहे जेल में डाल दिया जाए, लोकतंत्र के लिए लड़ता रहूंगा: राहुल गांधी
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  अर्थव्यवस्था  Economic Survey 2023 : सुधार से मिलेगी इकोनॉमिक ग्रोथ को धार
अर्थव्यवस्थाआज का अखबारबजट 2023

Economic Survey 2023 : सुधार से मिलेगी इकोनॉमिक ग्रोथ को धार

आर्थिक समीक्षा में पूंजीगत व्यय बढ़ाने, घाटा कम करने और पीएलआई पर दिया गया जोर

इंदिवजल धस्माना इंदिवजल धस्माना —January 31, 2023 10:20 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

भारतीय अर्थव्यवस्था पर बाहरी झटकों की मार जैसे ही कम होगी वैसे ही उसे नरेंद्र मोदी सरकार के दो कार्यकाल में अब तक किए गए सुधारों का फायदा मिलने लगेगा।

वित्त वर्ष 2022-23 की आर्थिक समीक्षा (Economic Survey) में यह भरोसा जताया गया है। मगर समीक्षा में आगाह किया गया है कि वैश्विक मांग घटने से निर्यात प्रभावित हो सकता है और जिंसों की कीमतें ऊंची रहने से चालू खाते का घाटा भी बढ़ सकता है।

समीक्षा में कहा गया कि नीति निर्माताओं को ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिनसे नए देशों में दाखिल होने और कदम जमाने की इच्छुक बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए भारत अनुकूल ठिकाना बन सके। ऐसा हुआ तो अर्थव्यवस्था मध्यम अवधि में 7 से 8 फीसदी सालाना दर से बढ़ सकती है।

बजट पेश होने से एक दिन पहले आज आई आर्थिक समीक्षा में कहा गया कि सब्सिडी बढ़ाए जाने और पेट्रोल-डीजल तथा कुछ आयातित वस्तुओं पर कर घटाए जाने के बावजूद सरकार चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 6.4 फीसदी पर समेटने का लक्ष्य हासिल कर लेगी।

समीक्षा में कहा गया कि 2022-23 के बजट में पूंजीगत व्यय आधारित वृद्धि पर जोर दिया गया था, जिससे भारत को वृद्धि दर और ब्याज दर का अंतर धनात्मक रखने में मदद मिलेगी और मध्यम अवधि में सरकार का कर्ज जीडीपी की तुलना में सहज सीमा में रहेगा।

इसमें सुझाव दिया गया कि बुधवार को पेश होने वाले आम बजट में सरकार को पूंजीगत व्यय पर जोर देना जारी रखना चाहिए। आर्थिक समीक्षा में राजकोषीय घाटा कम रखने की याद दिलाई गई और कहा गया कि इससे ब्याज दरें कम रहेंगी और अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों को प्रोत्साहन मिलेगा।

स्टार्टअप को विदेशों से भारत लौटने में मदद करने के लिए कर्मचारी शेयर विकल्प (ईसॉप्स) सरल बनाने, कराधान के कई स्तरों को सुगम बनाने तथा मुकदमों के कारण होने वाली अनिश्चितता दूर करने के उपाय अपनाने की सलाह दी गई।

मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन और उनकी टीम द्वारा तैयार की गई समीक्षा में ऐसा कोई बड़ा या धमाकेदार विचार नहीं था, जिससे नीति निर्माण पर चर्चा छिड़े।

पिछली आर्थिक समीक्षाओं में जनधन-आधार-मोबाइल (जैम) तिकड़ी, सार्वभौम मूलभूत आय, फंसे कर्ज के लिए बैंक या इकाई बनाने और ज्यादा नोट छापे जाने के विचार दिए गए थे। हालांकि सरकार ने इनमें से हरेक विचार स्वीकार नहीं किया था मगर इनसे नीति निर्माण पर चर्चा जरूर छिड़ी थी।

समीक्षा में भरोसा जताया गया कि अगले वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर सामान्य परिस्थितियों में 6.5 फीसदी रह सकती है। मगर वैश्विक जोखिमों के हिसाब से यह 6 से 6.8 फीसदी के दायरे में रह सकती है।

समीक्षा में कहा गया कि मोदी सरकार द्वारा किए गए सुधारों जैसे बुनियादी ढांचे पर जोर, जैम तिकड़ी, डिजिटलीकरण, रेरा, आईबीसी के माध्यम से नियामकीय ढांचे को सरल बनाना, वस्तु एवं सेवा कर के जरिये कर सुधार और कॉरपोरेट कर की दरों में बदलाव तथा कृषि की उत्पादकता बढ़ाने के उपायों से पूर्ववर्ती राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकारों के कार्यकाल में 1998 से 2002 के बीच किए गए व्यापक सुधारों की याद आती है। इनका फायदा 2003 से 2008 के बीच मिला था।

समीक्षा में वित्तीय क्षेत्र और कंपनियों के बहीखाते पहले से ज्यादा मजबूत बताए गए। उधार लेने-लौटाने का सिलसिला फिर शुरू होने से देश की अर्थव्यवस्था मध्यम अवधि यानी 2023 से 2030 के बीच सालाना 6.5 फीसदी वृद्धि कर सकती है।

समीक्षा में कहा गया है, ‘जीवन की बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आगे और सुधार की आवश्यकता है। इससे आर्थिक वृद्धि को रफ्तार मिलेगी और उसे उच्च स्तर पर बरकरार रखा जा सकेगा।’ जिन सुधारों का उल्लेख किया गया है उनमें राज्य सरकारों द्वारा बिजली और श्रम सुधारों के अलावा लाइसेंसिंग, निरीक्षण एवं अनुपालन व्यवस्था को पूरी तरह समाप्त करना शामिल है।

हालांकि चार श्रम संहिताएं अभी भी लागू नहीं हुई हैं जबकि उनके लिए नियमों के मसौदे अधिकतर राज्यों ने तैयार किए थे। समीक्षा में शिक्षा और कौशल विकास पर जोर जरूरी बताया गया है ताकि उन्हें आधुनिक उद्योग एवं तकनीक की जरूरतों के अनुरूप बनाया जा सके।

समीक्षा में यह भी कहा गया है कि परिसंपत्तियों से कमाई के जरिये सार्वजनिक क्षेत्र का ऋण घटाना जरूरी है। इससे सॉवरिन क्रेडिट रेटिंग बेहतर करने और पूंजी लागत घटाने में मदद मिलेगी।

मगर समीक्षा में कहा गया कि मुद्रास्फीति लंबे अरसे पर ऊंची बनी रह सकती है, जिससे कर्ज भी महंगा रह सकता है। समीक्षा में कहा गया है कि यदि 2023 में वैश्विक वृद्धि को रफ्तार नहीं मिली तो अगले वित्त वर्ष में निर्यात में शायद कोई वृद्धि नहीं हो। मगर मुक्त व्यापार समझौतों के तहत उत्पाद बास्केट एवं बाजारों में आई विविधता से मदद मिलेगी।

समीक्षा में चालू खाते के घाटे पर करीब से नजर रखने की जरूरत बताई गई। जिंसों की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेजी के कारण इसमें लगातार वृद्धि होने की आशंका है। समीक्षा में रुपये में गिरावट की आशंका को खारिज नहीं किया गया है।

FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
अर्थव्यवस्था

पूर्व तटीय रेलवे ने रिकॉर्ड 23.23 करोड़ टन माल की ढुलाई की

March 25, 2023 4:20 PM IST
अर्थव्यवस्था

ऑप्शंस पर STT बढ़ने से घटेगा वॉल्यूम

March 24, 2023 11:32 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

RBI के बोर्ड ने वैश्विक घटनाओं के पड़ने वाले प्रभाव की समीक्षा की

March 24, 2023 11:30 PM IST
आज का अखबार

लॉकडाउन की दर्दनाक दास्तां के तीन साल बीते मगर सतर्कता बरतें

March 24, 2023 11:29 PM IST
आपका पैसा

वित्त विधेयक 2023 में संशोधन से टैक्सपेयर्स को मिली राहत, सात लाख रुपये से ऊपर केवल अतिरिक्त आय पर ही देना होगा टैक्स

March 24, 2023 6:47 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

World TB Day 2023: WHO ने टीबी के खात्मे के लिए सरकारी और सामाजिक स्तर पर सहयोग का आह्वान किया

March 24, 2023 4:54 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

अमेरिका ने फिर किया सीरिया में हवाई हमला, कम से कम चार ईरानी लड़ाकों की मौत: रिपोर्ट

March 24, 2023 4:21 PM IST
अन्य समाचार

Kitty O’Neil: 70 के दशक की खतरों से खेलने वाली स्टंट वुमेन को गूगल ने किया याद, बनाया स्पेशल डूडल

March 24, 2023 11:13 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

World Bank president नॉमिनी अजय बंगा दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए

March 24, 2023 10:08 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

अजय बंगा भारत में, मोदी से मिलेंगे

March 24, 2023 9:53 AM IST

Trending Topics


  • Stocks To Watch
  • Share Market Today
  • Hindenburg | Jack Dorsey
  • DDMA | Mock Drill on Earthquake
  • Narendra Modi
  • Google Doodle
  • Corona Update
  • Rupee vs Dollar

सबकी नजर


एवलॉन टेक्नोलॉजीज का आईपीओ तीन अप्रैल को खुलेगा

March 25, 2023 4:59 PM IST

किफायती घरों की आपूर्ति में गिरावट का दौर जारी

March 25, 2023 4:26 PM IST

पूर्व तटीय रेलवे ने रिकॉर्ड 23.23 करोड़ टन माल की ढुलाई की

March 25, 2023 4:20 PM IST

श्रीकांत वेंकटचारी होंगे रिलायंस के अगले CFO

March 25, 2023 4:09 PM IST

टाटा पावर DDL बिजली चोरी मामलों के लिए 26 मार्च को लोक अदालत आयोजित करेगी

March 25, 2023 3:37 PM IST

Latest News


  • एवलॉन टेक्नोलॉजीज का आईपीओ तीन अप्रैल को खुलेगा
    by भाषा
    March 25, 2023
  • किफायती घरों की आपूर्ति में गिरावट का दौर जारी
    by भाषा
    March 25, 2023
  • पूर्व तटीय रेलवे ने रिकॉर्ड 23.23 करोड़ टन माल की ढुलाई की
    by भाषा
    March 25, 2023
  • श्रीकांत वेंकटचारी होंगे रिलायंस के अगले CFO
    by भाषा
    March 25, 2023
  • टाटा पावर DDL बिजली चोरी मामलों के लिए 26 मार्च को लोक अदालत आयोजित करेगी
    by भाषा
    March 25, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
57527.10 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स57527
-3980.69%
निफ्टी57527
-3980%
सीएनएक्स 50014279
-1250.87%
रुपया-डॉलर82.24
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
GE Shipping Co623.903.94
Patanjali Foods906.252.94
Linde India3968.101.42
Astrazeneca Phar3365.751.33
EPL Ltd157.001.13
Aegis Logistics397.400.88
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
ITI98.2012.04
Cyient1001.206.05
Adani Green1029.354.78
GE Shipping Co624.453.87
Adani Transmissi1124.553.70
Zydus Wellness1524.553.64
आगे पढ़े  

# TRENDING

Stocks To WatchShare Market TodayHindenburg | Jack DorseyDDMA | Mock Drill on EarthquakeNarendra ModiGoogle DoodleCorona UpdateRupee vs Dollar
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us