NPS For Kids: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लगातार सातवें बजट में नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) को लेकर आकर्षक योजनाओं का ऐलान किया है। एक तरफ जहां बजट में NPS अकाउंट पर टैक्स डिडक्शन लिमिट को बढ़ा दिया गया है तो वहीं, बच्चों को लिए भी NPS अकाउंट भी तोहफा दिया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट 2024 में बच्चों के लिए नई पेंशन योजना ‘एनपीएस वात्सल्य’ (NPS Vatsalya Scheme) शुरू करने का ऐलान किया।
वित्त मंत्री ने संसद में बजट 2024-25 पेश करते हुए कहा कि इस पेंशन योजना के तहत अपने बच्चे की जगह माता-पिता (Parents) और अभिभावक (Guardian) पैसे का निवेश कर सकेंगे। बच्चा जब एडल्ट हो जाएगा यानी 18 साल की उम्र को पार कर जाएगा तो इसके NPS अकाउंट को सामान्य खाते (regular NPS) में बदला जा सकेगा।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर एनपीएस वात्सल्य योजना क्या है? तो बता दें कि सरकारी पेंशन योजना के तहत NPS Vatsalya Scheme का ऐलान किया गया है। इस योजना का मकसद 18 साल से कम के बच्चों की बचत को बढ़ाना और अपने बच्चे के भविष्य के लिए पहले से ही रकम का निवेश करना है। NPS Vatsalya Scheme बिल्कुल NPS योजना जैसी ही है, मगर बच्चों के निवेश को बढ़ाने के लिए सरकार का लक्ष्य 18 साल से पहले से ही इसमें निवेश का विकल्प देना है।
एनपीएस वात्सल्य योजना के तहत बच्चे के माता-पिता या उनके कोई अन्य अभिभावक (guardian) बच्चे के नाम पर NPS अकाउंट खोल सकते हैं और उनकी रिटायरमेंट सेविंग के लिए पैसे का निवेश कर सकते हैं।
वित्त मंत्री ने यह भी ऐलान किया कि NPS के रिव्यू के लिए गठित कमेटी ने अपने काम में पर्याप्त प्रगति की है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने मार्च, 2023 में एनपीएस लाभ को बेहतर बनाने के लिए वित्त सचिव टी वी सोमनाथन की अगुवाई में एक समिति का गठन किया था।
NPS योजना साल 2004 में शुरू की गई थी। इस योजना का उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद लोगों को इनकम उपलब्ध कराना होता है। इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा यह होता है कि इसमें निवेश से टैक्स में बचत अन्य योजनाओं के मुकाबले ज्यादा होती है। NPS योजना पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेपलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के तहत आती है।
NPS स्कीम के तहत आप इक्विटी, कॉरपोरेट बॉन्ड, डेट और सरकारी सिक्योरिटीज जैसे एसेट क्लास में निवेश कर सकते हैं। निवेश किसमें कितना करना है, इसके लिए आप स्वतंत्र हैं। एसेट क्लास के तहत आपके पास दो तरह की स्वतंत्रता होती है। आप चाहें तो कहां कितना निवेश करना है, अपने हिसाब से चुन सकते हैं। जिसे एक्टिव चॉइस (Active Choice) कहते हैं। दूसरी, अगर आपके पास आइडिया नहीं है कि किस एसेट क्लास में कितना पैसा लगाना है तो ऑटो चॉइस (Auto Choice) होती है, जिसके तहत आपकी उम्र के हिसाब से आपका पेंशन फंड मैनेजर यह तय करेगा कि किस एसेट में कितना पैसा लगाना है।
जब 60 साल की उम्र में आप रिटायर होंगे तो आपके पास जितना भी फंड रहेगा उसमें से 60 फीसदी आपको तुरंत मिल जाएगा। बाकी बचे 40 फीसदी फंड को आपको Annuity Scheme में निवेश करना होगा। Annuity Scheme पर जितना हर महीने ब्याज मिलेगा, वह आपके खाते में हर महीने आ जाएगा।
बता दें कि NPS दो तरह के अकाउंट प्रदान करता है। टियर I प्राइमरी पेंशन अकाउंट है, जिसमें निकासी पर प्रतिबंध होता है। वहीं, टियर II ज्यादा लिक्विडिटी वाला एक स्वैच्छिक बचत खाता है।
NPS के लिए Annuity Scheme में कितना इंट्रेस्ट मिलेगा, यह फंड हाउस यानी ये सुविधा प्रदान करने वाली कंपनियों पर निर्भर करता है। NPS अकाउंट के तहत औसतन 9% से 12% सालाना का ब्याज मिलता है। जबकि, सामान्य तौर पर Annuity Deposit Scheme के तहत करीब 8 फीसदी का ब्याज मिलता है, जो रिटायरमेंट के बाद आपको हर महीने मिलने वाली है।
फायदे की बात ये होती है कि अगर आप NPS के तहत अकाउंट खोलते हैं और उदाहरण के तौर पर 10,000 रुपये का निवेश इक्विटी में करते हैं। जब आप 60 साल के होंगे और शेयर बाजार में तब तक भारी उछाल आ गई और आपने जिस इक्विटी में निवेश किया है वह कई सौ फीसदी रिटर्न दे चुका है तो निवेश का कई गुना फायदा हो सकता है।
अभी तक के हिसाब से 18-70 साल की उम्र के बीच के लोग NPS अकाउंट खोल सकते हैं। NPS अकाउंट खोलने के लिए सबसे पहले आपको eNPS के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा और रजिस्टर करना होगा।
नए रजिस्ट्रेशन का ऑप्शन चुनने के बाद आपको अपनी डिटेल्स जैसे आधार आईडी (Aadhar ID), मोबाइल नंबर, पैन कार्ड जैसी जानकारियां देनी होंगी। फिर एक OTP आएगा। जिसके बाद आपको अपनी सारी डिटेल्स भरनी होगी।
अगर आप ऑनलाइन NPS अकाउंट खोलने में सक्षम नहीं है और आपको ऑफलाइन सुविधा ज्यादा बेहतर लगती है तो आप अपने नजदीकी बैंक जाकर भी NPS अकाउंट खोल सकते हैं।