FMCG कंपनी इमामी लिमिटेड के दूसरी तिमाही (Q2FY26) के नतीजों के बाद, दो प्रमुख ब्रोकरेज हाउस – नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज और एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने कंपनी पर अपनी रिपोर्ट जारी की हैं। दोनों ने कंपनी के शेयर को ‘BUY’ (खरीदने) की सलाह तो दी है, लेकिन साथ ही कुछ चिंताएं भी जताई हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि हाल के महीनों में कंपनी के प्रदर्शन पर गर्मी के कमजोर सीजन, GST बदलावों और मार्जिन में गिरावट का असर पड़ा है। हालांकि, दोनों ब्रोकरेज को आने वाले समय में कुछ सुधार की उम्मीद भी दिख रही है। अब देखते हैं कि दोनों ने इमामी को लेकर क्या राय दी है और उनका नजरिया कैसा है।
नुवामा की रिपोर्ट के मुताबिक, इमामी का दूसरी तिमाही का प्रदर्शन कमजोर रहा। कंपनी की कमाई (राजस्व) 10.3% घटी और EBITDA यानी ऑपरेटिंग मुनाफा 28.7% कम हुआ। इसकी वजह रही GST में बदलाव, लंबा मानसून और टैल्क (पाउडर) प्रोडक्ट्स की कम बिक्री। भारत में कंपनी का कारोबार करीब 16% घटा, जबकि विदेशों में 8% बढ़ा। रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी का ग्रॉस मार्जिन तो लगभग पहले जैसा ही रहा, लेकिन EBITDA मार्जिन यानी ऑपरेटिंग प्रॉफिट का अनुपात 577 बेसिस पॉइंट यानी करीब 5.7% गिर गया।
गर्मी से जुड़े प्रोडक्ट्स की बिक्री लगातार दूसरी तिमाही में भी कमजोर रही। टैल्क की बिक्री 76% घट गई। नुवामा का कहना है कि इस साल की पहली छमाही में इमामी की कुल बिक्री, मुनाफा और वॉल्यूम क्रमशः 5%, 15% और 10% कम हुए हैं। इसी वजह से ब्रोकरेज ने आने वाले दो सालों (FY27 और FY28) की कमाई का अनुमान 10% घटा दिया है और अब शेयर का नया टारगेट ₹795 तय किया है। हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इमामी के पास मजबूत ब्रांड हैं और ग्रामीण बाजारों में इसकी पकड़ अच्छी है, इसलिए लंबी अवधि में कंपनी फिर से ग्रोथ की राह पर लौट सकती है।
एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की रिपोर्ट के मुताबिक, इमामी के शेयर पर अब भी ‘BUY’ यानी खरीदने की सलाह है, लेकिन ब्रोकरेज ने टारगेट प्राइस घटाकर ₹637 कर दिया है (पहले ₹770 था)। रिपोर्ट बताती है कि कंपनी का विदेशी कारोबार 8% बढ़ा, लेकिन भारत में बिक्री (राजस्व) और वॉल्यूम में क्रमशः 15% और 16% की गिरावट आई है।
एंटीक ने इसके तीन बड़े कारण बताए हैं – कमजोर गर्मी का सीजन, GST में बदलावों का असर, और सर्दियों के उत्पादों का बाजार में देर से पहुंचना। रिपोर्ट में कहा गया है कि इमामी के टैल्क और प्रिकली हीट जैसे गर्मी वाले उत्पादों पर मौसम का बुरा असर पड़ा। साथ ही, जीएसटी बदलावों की वजह से डीलरों और ग्राहकों ने खरीद टाल दी, जिससे बिक्री घट गई।
कंपनी ने ग्राहकों को राहत देने के लिए अपने 20% उत्पादों में ग्रामेज बढ़ाया (यानी पैक का वजन बढ़ाया) और बाकी प्रोडक्ट्स में कीमतें घटाईं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कंपनी ने अपने मशहूर ब्रांड ‘केश किंग’ को नए फॉर्मूले के साथ फिर से लॉन्च किया है, जबकि ‘स्मार्ट एंड हैंडसम’ ब्रांड को पुरुषों की ग्रूमिंग सेगमेंट में आगे बढ़ाया है।
एंटीक का मानना है कि अक्टूबर से जीएसटी का असर कम होना शुरू हो गया है, और अब आने वाला सर्दी का सीजन, खासकर पूर्वोत्तर, पश्चिमी और मध्य भारत में, कंपनी की बिक्री को सहारा देगा। हालांकि FY26 में टैल्क उत्पादों की कमजोरी बनी रह सकती है, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले महीनों में इमामी की स्थिति सुधरने के संकेत नजर आ रहे हैं।
दोनों ब्रोकरेज हाउस इस बात पर सहमत हैं कि इमामी की लंबी अवधि की संभावनाएं मजबूत हैं, लेकिन फिलहाल कंपनी पर कमजोर गर्मी सीजन, GST ट्रांजिशन और घटते मार्जिन का दबाव है। नुवामा को उम्मीद है कि FY27 से स्थिति बेहतर होगी, वहीं एंटीक मानती है कि सर्दियों का सीजन कंपनी के लिए मोड़ साबित हो सकता है।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधित फैसले करने से पहले अपने एक्सपर्ट से परामर्श कर लें।)