भारत के औद्योगिक क्षेत्र में मई 2025 के दौरान सकारात्मक रुझान देखने को मिला है। सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में 1.2% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई है। इस वृद्धि में सबसे बड़ा योगदान निर्माण क्षेत्र (Manufacturing Sector) से रहा, जिसमें 2.6% की वृद्धि देखी गई।
यह आंकड़े 2011-12 को आधार वर्ष मानकर तैयार किए गए हैं। ताजा आँकड़ों के मुताबिक, IIP का त्वरित अनुमान (Quick Estimate) मई 2025 में 156.6 रहा, जो मई 2024 में 154.7 था।
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🔹 कुल IIP वृद्धि: मई 2025 में 1.2%
🔹 मई 2025 में क्षेत्रों की वृद्धि दर:
मई 2025 में निर्माण क्षेत्र के अंतर्गत 13 उद्योग समूहों ने पिछले वर्ष की तुलना में सकारात्मक विकास दर्शाया। प्रमुख तीन उद्योग समूह जिन्होंने सबसे अधिक योगदान दिया:
उपयोग आधारित वर्ग | मई 2025 में सूचकांक | वृद्धि दर (मई 2025 बनाम मई 2024) |
प्राथमिक वस्तुएँ (Primary Goods) | 157.9 | (-)1.9% |
पूंजीगत वस्तुएँ (Capital Goods) | 120.1 | 14.1% |
मध्यवर्ती वस्तुएँ (Intermediate Goods) | 168.1 | 3.5% |
आधारभूत / निर्माण वस्तुएँ | 198.1 | 6.3% |
उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुएँ | 129.3 | (-)0.7% |
उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुएँ | 150.3 | (-)2.4% |
शीर्ष तीन सकारात्मक योगदानकर्ता:
हालांकि मई 2025 में IIP की वृद्धि दर अप्रैल 2025 (2.7%) की तुलना में कुछ कम रही है, फिर भी निर्माण क्षेत्र में मजबूती और पूंजीगत वस्तुओं में उल्लेखनीय वृद्धि भारतीय उद्योग क्षेत्र के लिए सकारात्मक संकेत हैं। कुछ चुनौतियों के बावजूद, विशेष रूप से बिजली और उपभोक्ता वस्तुओं के क्षेत्रों में, भारत का औद्योगिक परिदृश्य सतत सुधार की दिशा में बढ़ रहा है।
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