इस साल संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। बजट सत्र 31 जनवरी से 6 अप्रैल तक चलेगा। 66 दिनों के इस सत्र में इस दौरान कुल 27 बैठकें होंगी। सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 14 फरवरी तक होगा। 31 जनवरी को दोनों सदनों के संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संबोधित करेंगी। इसी दौरान 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आम बजट पेश करेंगी।
संसदीय मामलों के मंत्री जोशी ने ट्वीट करते हुए बजट सत्र के बारे में जानकारी दी, उन्होंने बताया कि आर्थिक समीक्षा 31 जनवरी को पेश की जाएगी।
Budget Session, 2023 of Parliament will commence from 31 January and continue till 6 April with 27 sittings spread over 66 days with usual recess. Amid Amrit Kaal looking forward to discussions on Motion of Thanks on the President’s Address, Union Budget & other items. pic.twitter.com/IEFjW2EUv0
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) January 13, 2023
राष्ट्रपति के संबोधन से होती है सत्र की शुरुआत
बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के संबोधन से होती है। राष्ट्रपति दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हैं। ये सत्र दो चरणों में पूरा होता है। इसके पहले चरण में ही, एक फरवरी को बजट पेश किया जाता है।
बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के संबोधन से होती है। राष्ट्रपति संसद के दोनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हैं। इस बार लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहली बार संबोधित करेंगी। संविधान के आर्टिकल 86 (1) में इसका प्रावधान है।
31 जनवरी को आएगा ‘आर्थिक सर्वेक्षण’
आर्थिक सर्वेक्षण या इकोनॉमिक सर्वे आम तौर पर बजट से ठीक एक दिन पहले संसद में पेश किया जाता है। आर्थिक सर्वेक्षण में देश की अर्थव्यवस्था की सेहत का हिसाब-किताब होता है। इससे पता चलता है कि देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति क्या है, देश किस रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, किस सेक्टर में कितना निवेश हुआ, और आगे क्या-क्या जरूरतें हैं। आर्थिक सर्वेक्षण के आधार पर यह तय होता है कि आने वाले साल में देश की अर्थव्यवस्था किस तरह से रहेगी। आर्थिक सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था की बेहतर समझ प्रदान करते हैं और बजट को बेहतर ढंग से समझने में मदद करते हैं. इस सर्वे में सबसे ध्यान देने की बात है, अगले वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का अनुमान।
1 फरवरी को पेश होगा आम बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को वित्त वर्ष 2023-24 का आम बजट संसद में पेश करेंगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार पांचवी बार बजट पेश करेंगी। वहीं मौजूदा सरकार (भाजपा) का ये आखिरी पूर्णकालिक बजट है।
दो चरणों में होता है बजट सत्र
बजट सत्र दो चरणों में होता है। इस साल के बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 14 फरवरी तक चलेगा। 14 फरवरी से 12 मार्च तक सामान्य अवकाश रहेगा। इस दौरान विभाग संबंधी संसदीय स्थायी समितियां अनुदानों की मांग की जांच और अपने मंत्रालयों तथा विभागों से संबंधित रिपोर्ट तैयार करेंगी। करीब एक महीने के अवकाश के बाद बजट सत्र का दूसरा चरण 12 मार्च से शुरू होगा और 6 अप्रैल तक चलेगा।
बजट सत्र के पहले भाग के दौरान, दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। उसके बाद केंद्रीय बजट पर चर्चा होगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस का जवाब देंगे। वहीं वित्त मंत्री केंद्रीय बजट पर बहस का जवाब देंगी।
बजट सत्र के दूसरे भाग के दौरान, सरकार के विधायी एजेंडे के अलावा विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा पर ध्यान दिया जाएगा। सत्र के दूसरे चरण में केंद्रीय बजट, एक धन विधेयक भी पारित किया जाएगा।