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सबसे मजबूत स्तर पर चढ़ने और गिरने वाले शेयरों का अनुपात, अक्टूबर में बाजार की बढ़त हुई व्यापकमजबूत बिजनेस दे रहा ITC की रेटिंग में सुधार के संकेत, सिगरेट और एफएमसीजी ने थामा मुनाफे का मोर्चानए कदम से निफ्टी बैंक इंडेक्स में बड़े बदलाव के आसार, ₹12,900 करोड़ के शेयरों की खरीद-फरोख्त की उम्मीदMaruti Suzuki और Hyundai की रफ्तार बरकरार, तिमाही प्रदर्शन ब्रोकरों की उम्मीद से बेहतरEditorial: भारत-अमेरिका समझौता जरूरीबिहार चुनाव 2025: पिछले प्रदर्शन की बानगी देता 1 करोड़ नौकरियों का वादाहार्ड पावर की नई करेंसी: ट्रंप ने कैसे अमेरिकी आयातों को एसेट में बदलाGold Outlook: इस सप्ताह कैसी रहेगी सोने की चाल? भाव बढ़ेंगे या घटेंगे जानिए एक्सपर्ट्स की रायISRO ने रचा इतिहास, ‘बाहुबली’ रॉकेट ने सबसे भारी सैटेलाइट को कक्षा में स्थापित कियाक्या रिटायरमेंट के लिए काफी होगा ₹1 करोड़? सही कॉपर्स का अनुमान नहीं लगा पा रहें भारतीय

लेखक : अभिजित लेले

आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

बिज़नेस स्टैंडर्ड सीईओ सर्वेक्षण में उद्योग का नजरिया सकारात्मक: निवेश और रोजगार पर रहेगा जोर

भारतीय कंपनियां नए साल में निवेश बढ़ाने, क्षमता में विस्तार, अ​धिग्रहण के साथ-साथ नियुक्तियों को रफ्तार देने की योजना बना रही हैं। भारतीय उद्योग जगत के मुख्य कार्या​धिकारियों (सीईओ) के एक सर्वेक्षण से यह खुलासा हुआ है। मगर सीईओ ने कीमतों में तेजी, उपभोक्ता मांग में नरमी और बढ़ती ब्याज दरों को नए साल की […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

फंसा ऋण कम, यूसीबी की स्थिति सुधरी

मुनाफा सुधरने, फंसे ऋण में गिरावट और बढ़े कैपिटल बफर के कारण 2020-21 में शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) का मुनाफा सुधरा है। बहरहाल भारत में बैंकिंग की रुझान और प्रगति पर आई रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक जमा और ऋण की मांग में वृद्धि ने 2020-21 में उच्च आधार के कारण देनदारियों को कम […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा, विशेष

BFSI Summit: सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों​ का निजीकरण चाहते बैंकर

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकरों ने ऋण वृद्धि की गति में भरोसा जताते हुए कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के विलय ने विस्तार करने का एक आधार दिया है। उनका कहना था कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण बिना किसी जल्दबाजी के निवेशकों के व्यापक आधार के लिए सरकार की हिस्सेदारी का विनिवेश करके […]

आज का अखबार, बैंक, वित्त-बीमा

अक्टूबर में एनआरआई जमा में वृद्धि

लगातार चल रही गिरावट के बाद वित्त वर्ष 23 में पहली बाद अक्टूबर 2022 में एनआरआई जमा में बढ़ोतरी हुई है और यह 134.54 अरब डॉलर हो गया है। सितंबर में यह 133.67 अरब डॉलर था। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि एनआरआई जमा वित्त वर्ष 23 के पहले 6 महीने […]

बैंक, वित्त-बीमा

NBFC छोटे कर्ज देने में आगे

सूक्ष्म वित्त संस्थान (MFI) के रूप में काम कर रहीं गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) ने वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में सूक्ष्म ऋण देने के मामले में बैंकों को पीछे छोड़ दिया है। उद्योग के अधिकारियों और विश्लेषकों का कहना है कि बाजार हिस्सेदारी में बढ़त बनाए रखने के लिए NBFC-MFI को ऋण […]

आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

ऋणदाताओं से तीन दिवाला मुकदमे झेल रही सिटी नेटवर्क्स

एस्सेल समूह की कंपनी सिटी नेटवर्क्स लिमिटेड (SNL) राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट (NCLT) में ऋणशोधन अक्षमता के मुकदमों से जूझ रही है। तीन ऋणदाताओं ने प्रत्येक मामले में 100 करोड़ रुपये से अधिक की भुगतान चूक के मामले में कंपनी के खिलाफ ये मुकदमे दायर किए हैं। है। ऋणशोधन अक्षमता और दिवाला संहिता के तहत […]

आज का अखबार, बैंक, बॉन्ड, वित्त-बीमा

SBI ने AT1 बॉन्ड पेशकश को मंजूरी दी

देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने व्यवसायों को मजबूत बनाने के लिए मार्च 2024 तक एडीशनल टियर-1 (AT-1) बॉन्डों के जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से की जा सकेगी पूंजी उगाही BSE को दी जानकारी में SBI ने कहा है कि सेंट्रल […]

आज का अखबार, बैंक

स्टेट बैंक ने बढ़ाई सावधि जमा की दर

बैंकों में संसाधन जुटाने की बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने घरेलू खुदरा जमा और थोक जमा पर विभिन्न परिपक्वताओं पर ब्याज दरों में 15-100 आधार अंकों की बढ़ोतरी की है। थोक जमा (2 करोड़ रुपये और इससे ऊपर) पर अधिकतम बढ़ोतरी कम अवधि की जमा (1 साल तक) पर की गई […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, समाचार

GSTN से बैंकों को लागत में कमी की उम्मीद

वस्तु एवं सेवा कर नेटवर्क (जीएसटीएन) को अकाउंट एग्रीगेटर (एए) ढांचे में जोड़े जाने को लेकर बैंक और इस क्षेत्र में काम करने वाले संस्थान उत्साहित हैं। इससे न सिर्फ सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) में धन का प्रवाह बढ़ेगा, बल्कि इन कर्जदाताओं के परिचालन की लागत में कमी आएगी। साथ ही इससे पूरी […]

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