facebookmetapixel
MSME को बड़ी राहत: RBI ने सस्ते कर्ज के लिए बदले नियम, ब्याज अब हर 3 महीने पर रीसेट होगानील मोहन से बिल गेट्स तक, टेक दुनिया के बॉस भी नहीं चाहते अपने बच्चे डिजिटल जाल में फंसेगोवा नाइटक्लब हादसे के बाद EPFO की लापरवाही उजागर, कर्मचारियों का PF क्लेम मुश्किल मेंSwiggy ने QIP के जरिए जुटाए ₹10,000 करोड़, ग्लोबल और घरेलू निवेशकों का मिला जबरदस्त रिस्पांससिडनी के बॉन्डी बीच पर यहूदी समारोह के पास गोलीबारी, कम से कम 10 लोगों की मौतऑटो इंडस्ट्री का नया फॉर्मूला: नई कारें कम, फेसलिफ्ट ज्यादा; 2026 में बदलेगा भारत का व्हीकल मार्केटDelhi Pollution: दिल्ली-NCR में खतरनाक प्रदूषण, CAQM ने आउटडोर खेलों पर लगाया रोकशेयर बाजार में इस हफ्ते क्यों मचेगी उथल-पुथल? WPI, विदेशी निवेशक और ग्लोबल संकेत तय करेंगे चालFPI की निकासी जारी, दिसंबर के 12 दिनों में ही ₹18 हजार करोड़ उड़ गएसस्ता टिकट या बड़ा धोखा? हर्ष गोयनका की कहानी ने खोल दी एयरलाइंस की पोल

Post Office RD Scheme: पोस्ट ऑफिस की आरडी स्किम पर Interest Rate बढ़ा, जानें कितनी हुई वृद्धि

दो साल और तीन साल की एफडी पर ब्याज 7 प्रतिशत है जबकि 5 साल की सावधि जमा पर 7.5 प्रतिशत है।

Last Updated- September 29, 2023 | 10:54 PM IST
Post Office saving scheme

Post Office RD Scheme Interest Rate: सरकार ने चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के लिए 5 साल की आवर्ती जमा (RD Scheme) योजना पर ब्याज दर 20 आधार अंक बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दी है। हालांकि पीपीएफ समेत अन्य सभी छोटी बचत योजनाओं के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

वित्त मंत्रालय के शुक्रवार को जारी परिपत्र के अनुसार वरिष्ठ नागरिक बचत योजना पर 8.2 प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा, जो सभी लघु बचत योजनाओं में सबसे ज्यादा ब्याज है। भारत में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक इस योजना में व्यक्तिगत या संयुक्त रूप से निवेश कर सकेंगे और कर लाभ के साथ नियमित आमदनी प्राप्त कर सकेंगे।

इसी तरह बचत जमा पर 4 प्रतिशत और एक साल की सावधि जमा पर 6.9 प्रतिशत ब्याज पहले की तरह मिलता रहेगा। दो साल और तीन साल की सावधि जमा पर ब्याज 7 प्रतिशत है जबकि 5 साल की सावधि जमा पर 7.5 प्रतिशत है।

विशेषज्ञों का कहना है कि लघु बचत पर ब्याज दरें प्रायः जी-सेक प्रतिफल से जुड़ी होती हैं। बैंक आफ बड़ौदा में मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा, ‘पिछले 3 महीने के दौरान जी-सेक प्रतिफल स्थिर रहा है। संभवतः यही वजह है कि सरकार ने इन योजनाओं में ब्याज दरें यथावत रखी है।’

लघु बचत योजनाएं सरकार समर्थित निवेश विकल्प होती हैं, जिसमें रिटर्न की गारंटी मिलती है। इन लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों की हर तिमाही सरकार द्वारा समीक्षा की जाती है।

भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि परिवारों की शुद्ध वित्तीय बचत कई दशक के निचले स्तर पर है। यह 2022-23 में जीडीपी का 5.1 प्रतिशत है, जो 2021-22 में 7.2 प्रतिशत था।

वित्त मंत्रालय ने साफ किया है कि घरेलू बचत पर कोई दबाव नहीं है और लोग वाहन और मकान खरीदने में पैसे खर्च कर रहे हैं।

मासिक आय खाता योजना पर ब्याज 7.4 प्रतिशत है जबकि राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र पर यह 7.7 प्रतिशत और सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) योजना पर 7.1 प्रतिशत है। किसान विकास पत्र पर ब्याज दर 7.5 प्रतिशत है और यह 115 महीनों में परिपक्व होगा।

परिपत्र के अनुसार, लोकप्रिय बालिका योजना ‘सुकन्या समृद्धि खाता’ पर ब्याज दर 8 प्रतिशत पर बरकरार रखी गई है। सरकार हर तिमाही में, मुख्य रूप से डाकघरों में संचालित छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर अधिसूचित करती है।

First Published - September 29, 2023 | 10:54 PM IST

संबंधित पोस्ट