मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने बुधवार को कहा कि देशों को जलवायु परिवर्तन की संभावित उच्च राजकोषीय लागत और बदलाव वाली नीतियों के प्रति जागरूक होना चाहिए। उन्होंने कोच्चि में जी 20 के फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप की तीसरी बैठक से इतर मीडिया से कहा कि हरित ऊर्जा के बदलाव की अनिश्चित गति और और हाल की आपूर्ति से जुड़ी बाधाओं के बाद इस मामले में जागरूकता बढ़ाए जाने की जरूरत है।
सीईए ने कहा, ‘हमें विभिन्न देशों की अलग अलग परिस्थितियों के मुताबिक समझ बढ़ाने की जरूरत है। इससे हम वैश्विक अनुभवों के आधार पर देशों की जरूरतों के अनुरूप ढालकर अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं।’
समूह ने वित्तीय वैश्वीकरण के असर, वित्त की मुक्त आवाजाही और पूरी दुनिया के वित्तीय क्षेत्र में उदारीकरण पर चर्चा की।
नागेश्वरन ने कहा, ‘वित्तीय पूंजी के इस्तेमाल को लेकर अपनी तैयारियों पर हमने चर्चा की, जिसकी हम भारत और अन्य विकासशील देशों के लिए मांग कर रहे हैं। वित्तीय वैश्वीकरण के विषय का यह प्रमुख एजेंडा है। हमने अपनी अध्यक्षता में इसकी पहल की है।’