विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि दलाल पथ पर लॉन्ग पोजीशन ज्यादा भीड़भाड़ वाला ट्रेड बन गया है और कोई नकारात्मक संकेत इसमें तेज गिरावट ला सकता है। हालांकि मजबूत रफ्तार को देखते हुए (खास तौर से आईटी शेयरों में) किसी तरह की गिरावट का संरक्षण कम से कम अल्पावधि के लिहाज से हो सकता है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी व डेरिवेटिव विश्लेषक सुभाष गंगाधरन ने कहा, निफ्टी नई ऊंचाई पर पहुंच रहा है, पर तेजडि़ये नियंत्रण में बने हुए हैं। और बढ़ोतरी तब हो सकती है जब 21,492 का तात्कालिक प्रतिरोध स्तर सामने आएगा।
अल्पावधि में सतर्कता की दरकार है क्योंकि 14 दिन का आरएसआई 84.93 ‘ओवरबॉट’ यानी जरूरत से ज्यादा खरीदारी के जोन में है। हालांकि 14 हफ्ते का आरएसआई 75.87 है, जो बताता है कि यह बहुत ज्यादा खरीदारी वाले जोन में नहीं है और तात्कालिक लिहाज से और बढ़ोतरी की गुंजाइश है।
इंडिगो में हो सकती है और बढ़त
इंडिगो एयरलाइंस की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयर ने इस हफ्ते अपने सबसे लंबी तेजी में से एक दर्ज की। विश्लेषकों ने कहा कि और तेजी बची हुई है क्योंकि देसी यात्रियों की संख्या वित्त वर्ष 24 में 15 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी के साथ 15.5 करोड़ पर पहुंच सकती है।
अवरोध के बावजूद ऐसा है, जिसमें विमानों के खड़े किए जाने का मामला और खराब होती आपूर्ति श्रृंखला का मसला शामिल है। इंडिगो को अपने प्रतिस्पर्धियों के कमजोर परिचालन का फायदा भी मिल सकता है।
ग्रे मार्केट से मिल रहे संकेत
एक दर्जन से ज्यादा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम इस हफ्ते बंद हुए। इनमें से ज्यादातर का ग्रे मार्केट प्रीमियम सकारात्मक है। सबसे ज्यादा मांग रही मोतीसंस ज्वैलर्स के 150 करोड़ रुपये के आईपीओ की, जिसके शेयर के बारे में ग्रे मार्केट के ऑपरेटरों का मानना है कि सूचीबद्धता पर यह करीब तिगुना हो सकता है।
बड़े इश्यू में आईनॉक्स इंडिया और आजाद इंजीनियरिंग के आईपीओ का जीएमपी करीब 80 फीसदी है, वहीं हैप्पी फोर्जिंग का जीएमपी 54 फीसदी। मुथूट माइक्रोफिन और सूरज एस्टेट डेवलपर्स के आईपीओ के लिए प्रीमियम क्रमश: 30 फीसदी व 15 फीसदी है।