वित्त वर्ष 2031 तक भारतीय यात्री वाहन बाजार का आकार लगभग दोगुना होकर 70 लाख गाड़ियों तक पहुंचने की उम्मीद है। मारुति सुजूकी इंडिया (एमएसआईएल) के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक हिसाशी ताकेउची ने बुधवार को ये बातें कहीं।
वाहन कलपुर्जा बनाने वाली कंपनियों का संगठन (एक्मा) के वार्षिक सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा, ‘आज भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा वाहन बाजार बन गया है। यह वाहन कलपुर्जा उद्योग के निरंतर समर्थन और मेहनत के कारण ही संभव हो पाया है। इसके लिए धन्यवाद।’
उन्होंने कहा कि आगे चलकर अनुमान है कि वित्त वर्ष 2031 तक वार्षिक यात्री वाहन बाजार का आकार 60 से 70 लाख गाड़ियों तक बढ़ जाएगा। घरेलू यात्री वाहन (पीवी) की बिक्री साल 2021-22 के 30.69 लाख से बढ़कर साल 2022-21 में 38.89 लाख हो गई।
वैश्विक महामारी के बाद इसकी मांग में 26.71 फीसदी का इजाफा हुआ है। भले ही आपूर्ति श्रृंखला के कुछ मुद्दों के कारण बाजार प्रभावित हुआ है।
ताकेउची ने कहा कि एमएसआईएल निर्यात बाजार की विकास क्षमता को लेकर आशावादी है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि परिचालन का पैमाना मौजूदा स्तर से लगभग दोगुना हो जाएगा।