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नवंबर के पहले पखवाड़े में वैश्विक फंडों ने वाहन, वित्त में की ज्यादा बिकवाली

पहले पखवाड़े के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 1,722 करोड़ रुपये मूल्य के वाहन शेयर और 1,566 करोड़ रुपये के वित्तीय शेयर बेचे।

Last Updated- November 21, 2023 | 10:46 PM IST
FPI Trend: Continuous selling by foreign investors stopped, buyers became buyers after two months, pumped Rs 15,446 crore into the market विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली का दौर थमा, दो महीने बाद बने खरीदार, बाजार में झोंके 15,446 करोड़ रुपये

नवंबर के पहले पखवाड़े में वैश्विक फंडों द्वारा वाहन और वित्तीय सेवा क्षेत्र के शेयरों में ज्यादा बिकवाली की गई। प्राइमइन्फोबेस डॉटकॉम द्वारा जुटाए गए आंकड़े से पता चलता है कि पहले पखवाड़े के दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने 1,722 करोड़ रुपये मूल्य के वाहन शेयर और 1,566 करोड़ रुपये के वित्तीय शेयर बेचे।

वाहन क्षेत्र में ऊंचे मूल्यांकन को ध्यान में रखते हुए एफपीआई ने वाहन शेयरों से निकासी की।

इक्विनोमिक्स के संस्थापक जी चोकालिंगम ने कहा, ‘अच्छे बुनियादी आधार का कीमतों पर असर दिखा है। कई शेयर मल्टी-बैगर बन गए हैं और मूल्यांकन काफी बढ़ गया है।’

वित्तीय शेयरों के संबंध में चोकालिंगम का कहना है कि ऋण वृद्धि में नरमी और असुरक्षित ऋणों से जुड़ी चिंताएं इस बिकवाली की वजह थीं।
जिन अन्य क्षेत्रों में ज्यादा बिकवाली हुई, उनमें विद्युत (1,389 करोड़ रुपये), आईटी (1,179 करोड़ रुपये) और एफएमसीजी (1,056 करोड़ रुपये) शामिल रहे।

इस बीच, हेल्थकेयर और उपभोक्ता सेवा क्षेत्र के शेयरों में शुद्ध निवेश दर्ज किया गया। एफपीआई ने हेल्थकेयर क्षेत्र में 1,133 करोड़ रुपये और उपभोक्ता सेवा क्षेत्र में 836 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

चोकालिंगम ने कहा कि हेल्थकेयर और उपभोक्ता सेवा क्षेत्र में एफपीआई द्वारा खरीदारी राज्य चुनाव परिणामों से पहले की एक प्रमुख सुरक्षात्मक रणनीति है। चोकालिंगम ने कहा, ‘हेल्थकेयर और उपभोक्ता सेवा रक्षात्मक क्षेत्र हैं। चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को आएगा। बाजार अपने चरम पर है। इसे लेकर आशंका है कि चुनाव परिणाम से बाजार में कुछ अनिश्चितता पैदा होगी।’

नवंबर के पहले दो सप्ताहों में, एफपीआई 1,414 करोड़ रुपये के शुद्ध बिकवाल रहे।

बिकवाली के बावजूद, वित्तीय शेयरों में 32.53 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक क्षेत्रीय आवंटन दर्ज किया गया, भले ही यह अक्टूबर के 32.74 प्रतिशत से कुछ कम है। ज्यादा निवेश वाले अन्य दो क्षेत्र हैं आईटी (9.64 प्रतिशत) और तेल, गैस एवं उपभोग योग्य ईंधन (8.49 प्रतिशत)।

First Published - November 21, 2023 | 10:35 PM IST

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