तमिलनाडु ने सोमवार को ताइवान की फॉक्सकॉन (Foxconn) के साथ समझौता किया। कंपनी ने 1,600 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश से कांचीपुरम जिले में मोबाइल कम्पोनेंट निर्माण इकाई लगाने के लिए यह समझौता किया है।
6,000 लोगों को मिलेगी नौकरी
इस संयंत्र से 6,000 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है। फॉक्सकॉन इस साल भारत में ईवी निर्माण इकाई लगाने की अपनी योजना के तहत इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट पर भी तमिलनाडु सरकार के साथ बातचीत कर रही है।
तमिलनाडु के साथ समझौते के बाद, फॉक्सकॉन के चेयरमैन यंग लियू ने चेन्नई में मीडिया को बताया कि संयंत्र के स्थान के बारे में निर्णय लिया जाना अभी बाकी है और भारत में सेमीकंडक्टर और चिप निर्माण क्षमता विस्तार की योजनाओं पर कार्य चल रहा है। यह हॉन हई टेक्नोलॉजी ग्रुप द्वारा पहला बड़ा निवेश है।
प्रमुख इच्छा तमिलनाडु को एशिया का नया उभरता इलेक्ट्रॉनिक निर्माण केंद्र बनाना: स्टालिन
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को लियू के साथ बैठक के बाद एक ट्वीट में कहा, ‘तमिलनाडु में विभिन्न निवेश अवसरों पर चर्चा हुई। हमने ईवी और इलेक्ट्रॉनिक कम्पोनेंट में आगामी निवेश पर भी बातचीत की है। हमारी अन्य प्रमुख इच्छा तमिलनाडु को एशिया का नया उभरता इलेक्ट्रॉनिक निर्माण केंद्र बनाना है।’
समूह की सहायक इकाई फॉक्सकॉन इंडस्ट्रियल इंटरनेट (एफआईआई) के मुख्य कार्याधिकारी ब्रैंड चेंग ने इस महीने के शुरू में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और राज्य के उद्योग, निवेश संवर्द्धन एवं वाणिज्य मंत्री टी आर बी राजा के साथ समझौते के बारे में चर्चा की थी। तब एफआईआई ने कर्नाटक के तुमकुरु में 8,800 करोड़ रुपये के निवेश से एक संयंत्र लगाने का भी प्रस्ताव रखा था।
चेन्नई संयंत्र के बारे में पूछे जाने पर चेयरमैन ने विस्तार योजनाओं में राज्य सरकार के समर्थन की सराहना की।
लियू ने आईआईटी रिसर्च पार्क में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘हमने उत्पादन में कई सफलताएं हासिल की हैं। हमने 6-7 इमारतों का निर्माण किया है। मैं यह देखकर उत्साहित हूं कि सब कुछ ठीक चल रहा है और सरकार से भरपूर मदद मिल रही है। निश्चित तौर पर हम भविष्य में ज्यादा बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। मौजूदा समय में हमारे साथ 40,000 कर्मी जुड़े हुए हैं। आगे बढ़ने के लिहाज से यह बेहद महत्त्वपूर्ण आधार है।’