पेटीएम (Paytm) के अध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी भावेश गुप्ता ( Paytm COO Bhavesh Gupta) के इस्तीफे से समूह की समस्याएं फिर से उजागर हो गई हैं।
पेटीएम से जुड़ी इकाई पेटीएम पेमेंट्स बैंक को कुछ महीने पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की कार्रवाई का सामना करना पड़ा था। पिछले कुछ महीने के दौरान गुप्ता कंपनी से निकलने वाले तीसरे वरिष्ठ अधिकारी है।
गुप्ता का इस्तीफा ऐसे समय आया है जब कंपनी अपने वार्षिक और चौथी तिमाही के नतीजों का ऐलान करने वाली है। गुप्ता ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है।
जानकार सूत्र ने कहा ‘पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर नियामक की कार्रवाई के बाद कंपनी के ऋण देने सहित कई कार्यों पर असर पड़ा है। इससे कुछ लोगों को इस्तीफे देने पड़े होंगे। पेटीएम की ताकत पेमेंट्स बैंक थी और उसने कंपनी को देश में बाकी फिनटेक कंपनियों से अलग कर दिया।’
सूत्र ने कहा कि कंपनी से अगले कुछ सप्ताहों में कुछ और लोगों के इस्तीफे हो सकते हैं। खबर लिखे जाने तक पेटीएम ने ईमेल का जवाब नहीं दिया।
इस साल जनवरी में भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कार्रवाई की थी। इसके बाद नोएडा की इस कंपनी से वरिष्ठ स्तर पर अधिकारियों के निकलने का सिलसिला शुरू हो गया। गुप्ता का इस्तीफा भी उसी श्रृंखला का हिस्सा है।
कंपनी से जाने वाले अधिकारियों में इस साल अप्रैल में पेटीएम पेमेंट्स बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी सुरिंदर चावला भी शामिल है। इसी महीने मुख्य विपणन अधिकारी (CMO) सुमित माथुर ने एक साल के कार्यकाल के बाद कंपनी छोड़ दी और ग्लेनबिया परफॉर्मेंस न्यूट्रिशन में शामिल हो गए। इसी तरह पेटीएम मनी के मुख्य कार्यकारी वरुण श्रीधर ने पिछले सप्ताह अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
श्रीधर म्युचुअल फंड और अन्य धन प्रबंधन योजनाओं के वितरण के लिए जिम्मेदार सहायक कंपनी पेटीएम सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (पीएसपीएल) में मुख्य कार्य अधिकारी की भूमिका में आ गए हैं। गुप्ता का इस्तीफा इस साल 31 मई को कामकाजी समय की समाप्ति के बाद से प्रभावी होगा।