facebookmetapixel
इन्फोपार्क से मिलेगी केरल के प्रगति पथ को और रफ्तारGVK के उत्तराधिकारी को एआई कॉल असिस्टेंट इक्वल से उम्मीद4 में से 3 नई कंपनियों की शेयर बाजार में हुई खराब शुरुआतक्रिकेट स्पॉन्सर​शिप के मैदान में अपोलो टायर्स का बड़ा दांव, बढ़ेगा विज्ञापन खर्चई-दोपहिया का पंजीकरण पहली छमाही में 18% बढ़ाटैक्स से लेकर जीडीपी तक: बेहतर कलेक्शन वाले देशों से भारत क्या सीख सकता है?IMD Report: विदा हुआ मॉनसून, 8% ज्यादा हुई बारिशअमेरिकी शुल्क और एच-1बी वीजा के चलते आईटी क्षेत्र पर दबावदेश में आत्महत्या से दिहाड़ी मजदूर सबसे ज्यादा प्रभावित, 5 साल में 45% बढ़े मामलेH-1B वीजा पाबंदी के बाद अमेरिकी कंपनियां भारत में बढ़ाएंगी निवेश, GCC केंद्रों को मिलेगा विस्तार

बैंकों की एनबीएफसी को उधारी, व्यक्तिगत ऋण सुस्त

नियामक ने बीते साल नवंबर में असुरक्षित ऋण के जोखिम से निपटने के लिए जोखिम भारांक 100 प्रतिशत से बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया था।

Last Updated- April 30, 2024 | 10:33 PM IST
Lending from banks to NBFCs slowed down, service and vehicle loans also affected बैंकों से एनबीएफसी को ऋण हुआ सुस्त, सेवा और वाहन ऋण पर भी असर

बैंकों की गैरबैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) को उधारी मार्च 2024 में सालाना आधार पर गिरकर 15.3 प्रतिशत हो गई जबकि एक साल पहले की अवधि में 29.9 प्रतिशत थी। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मंगलवार को जारी आंकड़े में दी गई।

नियामक ने बीते साल नवंबर में असुरक्षित ऋण के जोखिम से निपटने के लिए जोखिम भारांक 100 प्रतिशत से बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया था। बैंकों के एनबीएफसी के जोखिम भारांक के 100 से कम होने की स्थिति में भी 25 आधार अंक बढ़ा दिया गया। मार्च 2024 में सालाना आधार खुदरा ऋण 17.7 प्रतिशत पर सुस्त बढ़ा जबकि यह एक साल पहले 21 प्रतिशत था।

खुदरा ऋण में गिरावट वाहन ऋण और व्यक्तिगत ऋण में कमी आने के कारण आया था जो मुख्य तौर पर असुरक्षित ऋण में आते हैं। दूसरी तरफ मार्च में उद्योग की उधारी वृद्धि में सालाना आधार पर 8.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि यह मार्च 2023 में 5.6 प्रतिशत था।

First Published - April 30, 2024 | 9:50 PM IST

संबंधित पोस्ट