बजाज फाइनेंस (Bajaj finance) ने पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) और शेयरों के तरजीही निर्गम के जरिये 10,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बोर्ड से मंजूरी हासिल की है। कंपनी द्वारा यह सबसे बड़ी कोष उगाही होगी।
कंपनी करीब 8,800 करोड़ रुपये क्यूआईपी और शेष 1,200 करोड़ रुपये अपनी पैतृक बजाज फिनसर्व को शेयरों के तरजीही आवंटन के जरिये जुटाएगी।
पिछले आठ साल में क्यूआईपी के जरिये यह चौथी कोष उगाही होगी। पिछली बार कंपनी ने नवंबर 2019 में 8,500 करोड़ रुपये जुटाए थे और उससे पहले सितंबर 2017 में 4,500 करोड़ रुपये तथा जून 2015 में 1,400 करोड़ रुपये की रकम जुटाई थी।
एक्सचेंज को भेजी गई जानकारी के अनुसार, 1,200 करोड़ रुपये प्रवर्तक कंपनी बजाज फिनसर्व को तरजीही आधार पर 15,50,000 वारंट जारी कर जुटाए जाएंगे। इन वारंट को आवंटन तारीख से 18 महीने की अवधि के अंदर इक्विटी शेयरों की समान संख्या में तब्दील किया जा सकेगा।
इसके अलावा, अभिदान और वारंट के आवंटन के समय, 25 प्रतिशत राशि देय होगी, जबकि शेष 75 प्रतिशत प्रत्येक वारंट के विकल्प के तौर पर चुकाई जाएगी। तरजीही वारंट को इक्विटी में तब्दील किए जाने के बाद बजाज फाइनैंस में बजाज फिनसर्व की शेयरधारिता मौजूदा 52.45 प्रतिशत से बढ़कर 52.57 प्रतिशत हो जाएगी। निर्गम भाव बाद में तय किया जाएगा।
कंपनी इस संबंध में अपने शेयरधारकों से मंजूरी हासिल करने के लिए विशेष बैठक आयोजित करेगी। वित्त वर्ष 2023 में, बजाज फाइनैंस ने उत्तर प्रदेश, बिहार और पूर्वोत्तर भारत में 229 स्थानों पर अपनी भौगोलिक पहुंच बढ़ाई।