Nifty सूचकांकों को ट्रैक करने वाले देसी व अंतरराष्ट्रीय फंडों की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां (AUM) बढ़कर 7 अरब डॉलर (5.8 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गया, जो पिछले 10 वर्षों में सालाना बढ़त की रफ्तार 53 फीसदी बैठता है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) इंडिसेज ने बुधवार को यह जानकारी दी।
सूचकांक प्रदाता के मुताबिक, निफ्टी इंडिसेज (एनएसई की सहायक) को ट्रैक करने वाले सात नए पैसिव फंड साल 2023 में जापान व कोरिया में पेश हुए।
कंपनी ने कहा, निफ्टी-50 को छह योजनाएं और निफ्टी50 2एक्स लिवरेज इंडेक्स को एक योजना ट्रैक कर रही है। नई योजनाओं ने करीब 55 करोड़ डॉलर का एयूएम सृजित किया।
एनएसई के एमडी व सीईओ आशिषकुमार चौहान ने कहा, बड़े बैश्विक प्रबंधकों की तरफ से भारत में निवेश बढ़ रहा है, जिसकी वजह हमारी अर्थव्यवस्था का प्रदर्शन और आबादी का अनुकूल ढांचा है।
साल 2023 में नए जुड़ाव के बाद निफ्टी इंडेक्स से जुड़े वैश्विक पैसिव फंडों की संख्या 21 हो गई है। जो परिसंपत्ति प्रबंधक ऐसी योजनाएं पेश करते हैं उनमें आईशेयर्स ब्लैकरॉरक, डीडब्ल्यूएस, फर्स्ट ट्रस्ट, नोमूरा ऐसेट मैनेजमेंट, मिरे ऐसेट ग्लोबल इन्वेस्टमेंट्स, सैमसंग ऐसेट मैनेजमेंट, फ्यूबन ऐसेट मैनेजमेंट, ग्लोबल एक्स व किवूम ऐसेट मैनेजमेंट शामिल हैं।
एनएसई इंडिसेज के एमडी व सीईओ मुकेश अग्रवाल ने कहा, भारत केंद्रित पैसिव योजनाओं के लिए हम वैश्विक परिसंपत्ति प्रबंधकों से काफी मजबूत मांग देख रहे हैं। 2023 एनएसई इंडिसेज के लिए ऐतिहासिक वर्ष रहा है और साल के दौरान भारत से बाहर निफ्टी सूचकांकों पर सात पैसिव योजनाएं पेश की गई।