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हीरे को पछाड़कर टॉप पर पहुंचा स्मार्टफोन निर्यात, अमेरिका भेजे जाने में आई तेजी; PLI योजना की अहम भूमिका

आईफोन के कारण स्मार्टफोन के निर्यात में तेजी कई मायनों में महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह मोबाइल उपकरणों के लिए सरकार की पीएलआई योजना की सफलता को दर्शाता है।

Last Updated- September 29, 2024 | 9:52 PM IST
Apple iPhone exports

भारत से स्मार्टफोन के निर्यात को ऐपल आईफोन से जबरदस्त रफ्तार मिली है। इसी साल जून में समाप्त पिछली तीन तिमाहियों के दौरान स्मार्टफोन भारत से अमेरिका को निर्यात किया गया प्रमुख उत्पाद (एचएस कोड के आधार पर) बन गया। स्मार्टफोन इस दौरान गैर-औद्योगिक हीरे (तराशे हुए लेकिन बिना जड़े हुए) को पछाड़कर शीर्ष पायदान पर पहुंच गया।

निर्यात पर वा​णि​ज्य विभाग के ताजा आंकड़ों के आधार पर वित्त वर्ष 2025 की जून तिमाही में स्मार्टफोन का निर्यात 2 अरब डॉलर तक पहुंच गया जो हीरे के मुकाबले काफी अधिक है। इस दौरान हीरे का निर्यात 1.44 अरब डॉलर रहा। स्मार्टफोन के कुल निर्यात में आईफोन का योगदान सर्वा​धिक रहा।

जहां तक स्मार्टफोन का सवाल है तो वह पहली बार शीर्ष पायदान पर वित्त वर्ष 2024 की दिसंबर तिमाही में पहुंचा था। उस दौरान अमेरिका को स्मार्टफोन का निर्यात 1.42 अरब डॉलर पर हीरे के मुकाबले आगे निकल गया था। वित्त वर्ष 2024 की दिसंबर तिमाही में हीरे का निर्यात 1.3 अरब डॉलर रहा था।

भारत से अमेरिका को निर्यात हुई वस्तुओं की सूची में स्मार्टफोन तेजी से शीर्ष पायदान पर पहुंचा है क्योंकि 2024 की सितंबर तिमाही में वह चौथे पायदान पर रहा था।

आईफोन के कारण स्मार्टफोन के निर्यात में तेजी कई मायनों में महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह मोबाइल उपकरणों के लिए सरकार की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) की सफलता को दर्शाता है।

पीएलआई योजना की घोषणा होने से पहले और वित्त वर्ष 2020 में ऐपल द्वारा आईफोन का निर्यात शुरू करने से पहले, भारत से स्मार्टफोन का निर्यात महज 1.6 अरब डॉलर का रहा था। इसमें से केवल 3 फीसदी यानी 50 लाख डॉलर के स्मार्टफोन ही वित्त वर्ष 2019 में अमेरिका को निर्यात किए गए थे।

पीएलआई योजना के दूसरे साल यानी वित्त वर्ष 2023 तक भारत से स्मार्टफोन का कुल निर्यात 11.1 अरब डॉलर रहा जिसमें से ऐपल ने 5 अरब डॉलर से अधिक मूल्य के आईफोन का निर्यात किया। इसमें से 20 फीसदी यानी 2.15 अरब डॉलर के स्मार्टफोन अमेरिका को निर्यात किए गए और उसमें मुख्य तौर पर आईफोन शामिल था। 2024 तक आईफोन का निर्यात 10 अरब डॉलर तक पहुंच गया जो भारत से निर्यातित कुल 15.6 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का 66 फीसदी था।

इस दौरान भारत से अमेरिका को स्मार्टफोन का निर्यात 158 फीसदी बढ़कर 5.56 अरब डॉलर हो गया जो वित्त वर्ष 2024 में हीरे के बाद दूसरा सबसे बड़ा निर्यात बन गया। भारत से ऐपल के कुल आईफोन निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी करीब 50 फीसदी थी।

हालांकि यह जबरदस्त वृद्धि का रुझान दिखता है, मगर यह अमेरिका के कुल स्मार्टफोन आयात का महज एक छोटा हिस्सा है। वर्ष 2022 और 2023 में अमेरिका ने 66 अरब डॉलर एवं 59.6 अरब डॉलर के स्मार्टफोन और 55 अरब डॉलर एवं 46.3 अरब डॉलर के लैपटॉप व टैबलेट आयात किए थे। अधिकतर आयात चीन और वियतनाम से किए गए थे।

वित्त वर्ष 2024 में आईफोन सहित भारत से स्मार्टफोन का निर्यात अमेरिका के कुल स्मार्टफोन आयात का महज 10 फीसदी हिस्सा है। यह भारत के लिए एक जबरदस्त अवसर हो सकता है, बशर्ते वह चीन और वियतनाम के साथ तगड़ी प्रतिस्पर्धा करते हुए अपनी लागत घटाने में समर्थ हो।

ऐपल भारत में पीएलआई योजना के लक्ष्य से अधिक आईफोन का उत्पादन और निर्यात पहले से ही कर रही है। वित्त वर्ष 2024 तक कुल 1,40,280 करोड़ आईफोन का निर्यात किया जा चुका है जो पीएलआई योजना के तहत तीसरे साल की प्रतिबद्धता के मुकाबले 43 फीसदी अधिक है। इसके अलावा कंपनी 10 फीसदी आईफोन उत्पादन को चीन से भारत स्थानांतरित करने की अपनी शुरुआती योजना को पार करते हुए 12 फीसदी उत्पादन पहले ही स्थानांतरित कर चुकी है।

First Published - September 29, 2024 | 9:52 PM IST

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