अब रीफर्बिश्ड मोबाइल फोन खरीदने में भी लोगों की दिलचस्पी बढ़ने लगी है। रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन बेचने वाले फ्लिपकार्ट, कैशिफाई और ग्रेस्ट जैसे प्लेटफॉर्म पर आईफोन जैसे महंगे फोन की मांग में भी भारी उछाल दिख रही है। त्योहारी सीजन नजदीक आने के साथ ही कंपनियों को ऐसे उत्पादों की बिक्री और भी बढ़ने की उम्मीद है।
रीफर्बिश्ड फोन वे होते हैं, जिन्हें ग्राहक मामूली खामी होने या इरादा बदलकर अधिक प्रीमियम फोन खरीद लेने के कारण कंपनी को लौटा देते हैं। इसके बाद कंपनी उन्हें परीक्षण की प्रक्रिया से गुजारती है, खामी दूर करती है और कम कीमत पर बेचती है। ये एकदम नए फोन होते हैं मगर कम कीमत पर मिलते हैं। यही वजह है कि कीमत कम होने के कारण ऐपल आईफोन और सैमसंग गैलेक्सी एस सीरीज जैसे प्रीमियम रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन की मांग बहुत बढ़ रही है।
इंटरनैशनल डेटा कॉरपोरेशन (आईडीसी) के आंकड़े बताते हैं कि कैलेंडर वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में भारतीय बाजार में स्मार्टफोन की कुल आवक 2023 की दूसरी तिमाही के मुकाबले 3.2 फीसदी बढ़कर 3.5 करोड़ यूनिट रही। मगर सुपर-प्रीमियम श्रेणी (800 डॉलर से अधिक कीमत) में इस दौरान 22 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।
काउंटरपॉइंट के वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक ग्लेन कार्डोजा ने कहा, ‘मांग बढ़ने के साथ ही रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन की संख्या भी बढ़ने की संभावना है। पहले के मुकाबले ज्यादा ग्राहक बेहतर स्मार्टफोन खरीदना चाहते हैं और इसके लिए अधिक कीमत चुकाने को भी तैयार हैं।’
सलाहकार फर्म रेडसियर की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में रीफर्बिश्ड इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों का बाजार मार्च 2026 तक 11 अरब डॉलर हो सकता है। त्योहारी सीजन नजदीक आने के साथ ही कंपनियों को भी रीफर्बिश्ड उत्पादों की बिक्री में इजाफे की उम्मीद है।
प्रमुख री-कॉमर्स कंपनी कैशिफाई ने 2023 में रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन की बिक्री से 444 फीसदी ज्यादा कमाई की। कंपनी का बायबैक कारोबार भी 25 फीसदी बढ़ गया। कंपनी ने कहा कि जबरदस्त प्रचार, वारंटी ऑफर, फाइनैंस सुविधा और रीफर्बिश्ड उत्पादों के फायदे के बारे में बढ़ती जागरूकता से यह वृद्धि हुई।
कैशिफाई के सह-संस्थापक और सीईओ मनदीप मनोचा ने कहा कि नए फोन में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, 5जी, फोल्ड होने वाले फोन और पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता पर खास ध्यान दिया जा रहा है। इसकी वजह से रीफर्बिश्ड फोन का बाजार भी बढ़ रहा है। रीफर्बिश करने की प्रक्रिया पहले से बेहतर होने और उसमें गुणवत्ता, डेटा की गोपनीयता तथा विश्वसनीयता पर जोर दिए जाने के कारण भी बाजार में तेजी आई है।
बड़े कारोबारी भी रीफर्बिश्ड बाजार बढ़ने की उम्मीद कर रहे हैं। ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने हाल में रीफर्बिश्ड उत्पादों के लिए अपना एक बी2बी ऐप लॉन्च किया है। इसे ‘फ्लिपकार्ट रीसेट फॉर बिजनेस’ नाम दिया गया है। इस ऐप का उद्देश्य रीफर्बिश्ड उत्पादों के विक्रेताओं को देश भर के ग्राहकों से जुड़ने में मदद करना है।
फ्लिपकार्ट के वरिष्ठ निदेशक एवं कारोबार प्रमुख (रीकॉमर्स) आशुतोष सिंह चंदेल ने कहा, ‘रीकॉमर्स उद्योग तेजी से बढ़ रहा है और कम दाम में प्रीमियम उत्पाद पाने की लाखों ग्राहकों की हसरत पूरी कर रहा है। फ्लिपकार्ट अपने बी2बी ऐप के साथ सभी विक्रेताओं को इस बाजार में बराबर के मौके दे रही है।’ फिलहाल फ्लिपकार्ट रीसेट देश के 29 राज्यों के 800 से अधिक शहरों में स्मार्टफोन एवं ऐक्सेसरीज बेचती है।
रीफर्बिश्ड बाजार को रफ्तार देने में आईफोन की जबरदस्त मांग सबसे बड़ी भूमिका निभा रही है। कैशिफाई के लिए ऐपल सबसे अधिक बिकने वाला स्मार्टफोन ब्रांड है और बिकने वाले कुल फोन में 50 फीसदी से संख्या आईफोन की ही होती है। श्याओमी, वनप्लस, सैमसंग और ओप्पो जैसे ब्रांड इस बाजार में उससे काफी पीछे दिख रहे हैं।
रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन बेचने वाली ग्रेस्ट ने साल भर पहले के मुकाबले ऐपल के दोगुने से ज्यादा उत्पाद बेचे। कंपनी ने उम्मीद जताई है कि इस त्योहारी सीजन में मोबाइल फोन की बिक्री तीन गुना बढ़ सकती है। ग्रेस्ट के सह-संस्थापक श्रेय सरदाना ने कहा, ‘ग्रेस्ट ने वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले अभी तक 5 गुना ज्यादा कमाई की है। इस साल भी ऐपल के उत्पादों की जबरदस्त मांग रही और 67 फीसदी कमाई उनकी बिक्री से ही आई। हमने 1 अप्रैल 2024 से अब तक करीब 15,000 रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन बेचे हैं, जिनमें अधिकतर आईफोन हैं।’
भले ही रीफर्बिश्ड उत्पादों की बिक्री में जबरदस्त वृद्धि दिख रही है, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि बिकने वाले फोन की संख्या बढ़ने के साथ ही इस श्रेणी में औसत विक्रय मूल्य भी बढ़ता जाएगा। काउंटरपॉइंट के आंकड़ों के अनुसार 2022 में साल भर पहले के मुकाबेल 19 फीसदी ज्यादा रीफर्बिश्ड स्मार्टफोन बिके। इसमें कोविड और वृहद आर्थिक कारकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। मगर 2023 में केवल 10 फीसदी ज्यादा फोन बिके। इस कैलेंडर वर्ष में 7-8 फीसदी अधिक फोन बिकने की उम्मीद है।
विश्लेषकों का कहना है कि ऐपल की बाजार हिस्सेदारी इस साल भी बढ़ने के आसार हैं। मगर श्याओमी एवं अन्य चीनी ब्रांडों के फोन शायद उतनी अधिक संख्या में नहीं बिकें।