जापान के मिजुहो फाइनैंशियल समूह ने बुधवार को अवेंडस कैपिटल में 60 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की। समूह अपनी सहायक कंपनी मिजुहो सिक्योरिटीज के जरिये अमेरिकी निजी इक्विटी फर्म केकेआर से यह हिस्सेदारी खरीदेगा। केकेआर अपनी रेडपॉइंट इन्वेस्टमेंट्स के जरिए निवेश बैंक में हिस्सेदारी बेचेगी। यह अधिग्रहण नियामक मंजूरी के अधीन है। अधिग्रहण पूरा होने के बाद अवेंडस मिजुहो सिक्योरिटीज की समेकित सहायक कंपनी बन जाएगी।
भारत में निवेश बैंकिंग और कॉर्पोरेट वित्त क्षेत्र में मिजुहो के विस्तार का यह ताजा प्रयास है, जो वैश्विक स्तर पर उसके प्रमुख वृद्धि बाजारों में से एक है। हालांकि सौदे के वित्तीय विवरण का खुलासा नहीं किया गया। लेकिन खबरों के मुताबिक जापानी ऋणदाता 61.6 फीसदी हिस्सेदारी हासिल करेगा और अन्य शेयरधारकों से इसे बढ़ाकर 78.3 फीसदी करने के लिए मंजूरी मांग रहा है। कुल खरीद मूल्य 4,700 करोड़ रुपये (51.6 करोड़ डॉलर) है।
इस सौदे के तहत अवेंडस के सह-संस्थापक और कार्यकारी उपाध्यक्ष रानू वोहरा भी अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। सांविधिक और नियामकीय मंजूरियां मिलने तक वोहरा अपने मौजूदा पद पर बने रहेंगे।
सौदा पूरा होने के बाद भी अवेंडस का नेतृत्व संस्थापक गौरव दीपक और कौशल अग्रवाल के साथ-साथ मौजूदा नेतृत्व टीम ही करेगी। कंपनी ने कहा कि वह अपने ब्रांड और पहचान को बरकरार रखेगी। वह मिजुहो के वैश्विक स्तर, संस्थागत नेटवर्क और विदेश की क्षमताओं का लाभ भी उठाएगी।
मिजुहो फाइनैंशियल ग्रुप के अध्यक्ष और समूह मुख्य कार्य अधिकारी मासाहिरो किहारा ने कहा, ‘एवेंडस के साथ हमारा उद्देश्य एक पक्के वैश्विक वित्तीय संस्थान के रूप में विकसित होना है जो राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सीमाओं से परे विभिन्न संस्कृतियों को जोड़कर नया मूल्य सृजित करे।’