घरेलू वाहन उद्योग में 2023-24 में एक अंक के उच्च दर के साथ वृद्धि की उम्मीद है, रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में यात्री वाहन सेगमेंट में मांग 6-9 फीसदी के साथ बढ़ेगी वहीं वाणिज्यिक वाहन सेगमेंट में 7-10 और दोपहिया वाहन सेगमेंट में 6-9 फीसदी और ट्रैक्टर में 4-6 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
यह तुलना वित्त वर्ष 2022-23 की अनुमानित वृद्धि से की गई है जिसमें यह अनुमान लगाया गया था कि इस अवधि में यात्री वाहन में वृद्धि 21-24 फीसदी रहेगी,जबकि वाणिज्यिक सेगमेंट में 18-20 फीसदी, दोपहिया वाहनों में 9-12 फीसदी और ट्रैक्टर में 0-4 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
आर्थिक गतिविधियां और लोगों की आवाजाही के बढ़ने के कारण वित्त वर्ष 2023 में घरेलू वाहन उद्योग में मजबूत रिकवरी देखने को मिली। वाहन सेगमेंट के हर क्षेत्रों जैसे यात्री वाहन, वाणिज्यिक वाहन और ट्रैक्टर की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिली।
मगर, दोपहिया उद्योग की बिक्री में इतनी मांग नहीं बढ़ी कि यह कोविड पूर्व स्थिति पर भी पहुंच सके। भले ही हाल के त्योहारी सीजन और शादियों के दौरान खरीद बढ़ी हो लेकिन मांग में लगातार सुधार का देखा जाना अभी बाकी है।
रिपोर्ट में कहा गया कि दोपहिया वाहन सेगमेंट की ही तरह एंट्री स्तर की कार सेगमेंट में भी सुस्ती देखने को मिल रही है, जिसका कारण कम आय वर्ग के लोगों में खरीदने की क्षमता में कमी और वाहनों का कीमतें बड़ी तेजी से बढ़ना है। मंहगाई दर के दबावों का मुकाबला करने और कड़ी नियामक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वाहनों के दामों में वृद्धि हुई।