facebookmetapixel
Gold and Silver Price Today: सोना-चांदी की कीमतों में उछाल! सोने का भाव 125000 रुपये के पार; जानें आज के ताजा रेटPhysicsWallah IPO: सब्सक्राइब करने के लिए खुला, अप्लाई करें या नहीं; जानें ब्रोकरेज का नजरियाBihar Elections 2025: दिल्ली ब्लास्ट के बाद हाई अलर्ट में बिहार चुनाव का आखिरी फेज, 122 सीटों पर मतदाता करेंगे फैसलाडिमर्जर के बाद Tata Motors में कौन चमकेगा ज्यादा? जेपी मॉर्गन और SBI की बड़ी राय सामने आई₹5.40 प्रति शेयर तक डिविडेंड पाने का मौका! 12 नवंबर को एक्स-डेट पर ट्रेड करेंगे ये 5 स्टॉक्सDharmendra Health Update: ‘पापा ठीक हैं!’ धर्मेंद्र की सेहत को लेकर वायरल अफवाहों पर Esha Deol ने शेयर किया इंस्टा पोस्टभारत-अमेरिका ट्रेड डील जल्द होगी सकती है फाइनल, ट्रंप ने दिए संकेत; कहा – पीएम मोदी से शानदार रिश्तेटाटा मोटर्स CV के शेयर 12 नवंबर को होंगे लिस्ट, डिमर्जर के बाद नया सफर शुरूStock Market Update: सपाट शुरुआत के बाद बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 200 अंक गिरा; निफ्टी 25550 के नीचेDelhi Red Fort Blast: देशभर में हाई अलर्ट! यूपी-महाराष्ट्र-गुजरात में बढ़ी सुरक्षा, शाह बोले- हर एंगल से जांच जारी; UAPA के तहत मामला दर्ज

भारतीय वाहन क्षेत्र एक अंक के उच्च स्तर पर वृद्धि दर्ज करेगा: इक्रा

Last Updated- January 18, 2023 | 10:46 PM IST
car sale

घरेलू वाहन उद्योग में 2023-24 में एक अंक के उच्च दर के साथ वृद्धि की उम्मीद है, रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2024 में यात्री वाहन सेगमेंट में मांग 6-9 फीसदी के साथ बढ़ेगी वहीं वाणिज्यिक वाहन सेगमेंट में 7-10 और दोपहिया वाहन सेगमेंट में 6-9 फीसदी और ट्रैक्टर में 4-6 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
यह तुलना वित्त वर्ष 2022-23 की अनुमानित वृद्धि से की गई है जिसमें यह अनुमान लगाया गया था कि इस अवधि में यात्री वाहन में वृद्धि 21-24 फीसदी रहेगी,जबकि वाणिज्यिक सेगमेंट में 18-20 फीसदी, दोपहिया वाहनों में 9-12 फीसदी और ट्रैक्टर में 0-4 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
आर्थिक गतिविधियां और लोगों की आवाजाही के बढ़ने के कारण वित्त वर्ष 2023 में घरेलू वाहन उद्योग में मजबूत रिकवरी देखने को मिली। वाहन सेगमेंट के हर क्षेत्रों जैसे यात्री वाहन, वाणिज्यिक वाहन और ट्रैक्टर की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिली।
मगर, दोपहिया उद्योग की बिक्री में इतनी मांग नहीं बढ़ी कि यह कोविड पूर्व स्थिति पर भी पहुंच सके। भले ही हाल के त्योहारी सीजन और शादियों के दौरान खरीद बढ़ी हो लेकिन मांग में लगातार सुधार का देखा जाना अभी बाकी है।
रिपोर्ट में कहा गया कि दोपहिया वाहन सेगमेंट की ही तरह एंट्री स्तर की कार सेगमेंट में भी सुस्ती देखने को मिल रही है, जिसका कारण कम आय वर्ग के लोगों में खरीदने की क्षमता में कमी और वाहनों का कीमतें बड़ी तेजी से बढ़ना है। मंहगाई दर के दबावों का मुकाबला करने और कड़ी नियामक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वाहनों के दामों में वृद्धि हुई।

First Published - January 18, 2023 | 10:46 PM IST

संबंधित पोस्ट