भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सायम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने शुक्रवार को कहा कि भारत में दोपहिया बिक्री 2023 में सालाना आधार पर 9.12 प्रतिशत तक बढ़कर 1.7075 करोड़ वाहन रही। इस बिक्री को ग्रामीण बाजार में लगातार सुधार और संपूर्ण अर्थव्यवस्था की मजबूत होती स्थिति से मदद मिली।
फिर भी, वर्ष 2023 की बिक्री महामारी से पहले के मुकाबले अभी भी कमजोर है। महामारी से पहले 2018 में दोपहिया बिक्री का आंकड़ा 2.1645 करोड़ वाहन दर्ज किया गया था।
अग्रवाल ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के बिक्री आंकड़े अप्रैल-दिसंबर के संपूर्ण आंकड़ों से बेहतर हैं। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया, ‘दोपहिया बिक्री (ग्रामीण अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव से काफी हद तक प्रभावित होती है) तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़ी जबकि अप्रैल-दिसंबर की अवधि में यह वृद्धि सालाना आधार पर 10 प्रतिशत रही। आंकड़ों से संकेत मिलता है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था बेहतर है।’
जब उनसे पूछा गया कि क्या दोपहिया क्षेत्र 2024 या 2025 में महामारी से पहले जैसी स्थिति में लौट जाएगा, तो उन्होंने कहा, ‘इस बारे में कोई भविष्यवाणी करना बेहद कठिन है कि आगे क्या होगा।’ यदि आप अक्टूबर-दिसंबर अवधि के बिक्री प्रदर्शन को देखें तो पता चलता है कि यह पिछली अक्टूबर-दिसंबर की अवधि में दर्ज सर्वाधिक बिक्री के आंकड़े के लगभग समान है।
उन्होंने कहा, ‘कहा जा सकता है कि हमने पिछले ऊंचे स्तरों को छूना शुरू कर दिया है।’हालांकि अभी बहुत कुछ करना बाकी है। 2019 और 2020 में, महामारी के बीच घरेलू दोपहिया बिक्री सालाना आधार पर 14.22 प्रतिशत और 23.14 प्रतिशत तक घट गई।
अग्रवाल ने कहा, ‘यदि गिरावट 25 प्रतिशत हो और करीब 10 प्रतिशत की रिकवरी आई हो, तो इसका मतलब है कि घरेलू बिक्री इस साल पिछले ऊंचे स्तर के मुकाबले नीचे रहेगी।