इस वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान निर्यात में मजबूत वृद्धि से उत्साहित ऐपल इंक सरकार के साथ चर्चा के आधार पर 2025-26 के लिए भारत में 28 अरब डॉलर के उत्पादन का लक्ष्य लेकर चल रही है, जिसमें निर्यात और घरेलू बिक्री दोनों शामिल हैं। यह आंकड़ा मोबाइल फोन के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना के अंतिम वर्ष में समग्र उत्पादन मूल्य में 21.7 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है जबकि पिछले वर्ष यह 23 अरब डॉलर था।
हालांकि इस वृद्धि का अधिकांश हिस्सा निर्यात से आएगा, जिसके 22 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो पिछले साल के 18 अरब डॉलर से 27.7 फीसदी ज्यादा है। उम्मीद है कि ऐपल निर्यात के चरम सीज़न (अक्टूबर-दिसंबर तिमाही) का लाभ उठाएगी, जब भारत से शिपमेंट आमतौर पर चरम पर होता है।
उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि ये अनुमान संकीर्ण हैं। ऐपल ने वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में ही 10 अरब डॉलर का निर्यात दर्ज कर लिया है, जो एक साल पहले के 5.7 अरब डॉलर से 75 फीसदी की तीव्र वृद्धि है। वित्त वर्ष 26 के लिए अपने 22 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य को पूरा करने के लिए, कंपनी को अगले छह महीनों में लगभग इतने ही मूल्य के आईफोन का निर्यात करना होगा।
घरेलू उत्पादन ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसे आईफोन 17 श्रृंखला की मजबूत बिक्री का समर्थन प्राप्त है, जिसके सालाना आधार पर 25 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है। ऐपल के भारतीय उत्पादन में निर्यात का प्रभुत्व बना रहेगा, जो वित्त वर्ष 2026 में कुल उत्पादन मूल्य का 78 फीसदी होगा और यह पिछले वर्ष के बराबर है।
ऐपल के प्रवक्ता ने इसके उत्पादन मूल्य अनुमानों के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुमानों के अनुसार, भारत से कुल स्मार्टफोन निर्यात 30-35 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जिसमें सबसे ज्यादा निर्यात आईफोन से होगा। कैलेंडर वर्ष 2026 की पहली छमाही में कुल स्मार्टफोन निर्यात पहले ही 13.4 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है, जिसमें से 75 फीसदी निर्यात ऐपल से हुआ है।
घरेलू बाजार में स्मार्टफोन का कुल उत्पादन मूल्य वित्त वर्ष 2026 में बढ़कर 40 अरब डॉलर हो जाने का अनुमान है, जो 2024-25 में 38 अरब डॉलर रहा था।