टाटा मोटर्स का बहुप्रतीक्षित डिमर्जर अब औपचारिक रूप से हो गया है। इसमें अब कंपनी के कारोबार को दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में बांटा गया है। एक पैसेंजर व्हीकल (PV) और इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) कारोबार और दूसरी कमर्शियल व्हीकल (CV) कारोबार के लिए है। टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिमिटेड (TMPV) में अब घरेलू पैसेंजर व्हीकल बिजनेस, EV डिवीजन, और जगुआर लैंड रोवर (JLR) शामिल हैं। वहीं, कमर्शियल व्हीकल यूनिट को अलग कर टाटा मोटर्स लिमिटेड (Tata Motors Ltd) के नाम से एक नई लिस्टेड कंपनी के रूप में बनाया गया है।
NCLT (National Company Law Tribunal) की मंजूरी के बाद यह योजना 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी हुई। 14 अक्टूबर को रिकॉर्ड डेट तय की गई, जिसके अनुसार पुराने शेयरधारकों को हर एक शेयर के बदले नई CV कंपनी में एक शेयर मिला। 13 अक्टूबर को मौजूदा लिस्टेड कंपनी का नाम बदलकर TMPV रखा गया, जबकि CV इकाई ने 29 अक्टूबर को Tata Motors Ltd का नाम अपनाया।
Also Read: Ola Electric के ऑटो बिजनेस ने Q2 में पहली बार दर्ज किया ऑपरेटिंग प्रॉफिट
TMPV का रेवेन्यू मुख्य रूप से JLR पर निर्भर है। FY25 में JLR का हिस्सा कुल राजस्व का 87% था, जबकि शेष 13% घरेलू PV/EV से आया। JLR ने FY25 में £29 अरब का रेवेन्यू और £2.5 अरब का प्री-टैक्स प्रॉफिट दर्ज किया, जो पिछले एक दशक में सबसे अधिक था।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, नई टाटा मोटर्स लिमिटेड (CV) का कारोबार मुख्य रूप से भारतीय बाजार पर केंद्रित है। अक्टूबर 2025 में कंपनी ने 37,530 CV यूनिट्स बेचे, जिनमें से 35,108 यूनिट्स घरेलू बाजार में और 2,422 यूनिट्स अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेचे गए।
डिमर्जर के बाद दोनों कंपनियों के जोखिम और अवसर प्रोफाइल पूरी तरह अलग हैं। TMPV के मुनाफे अब मुख्य रूप से यूके, यूरोप, अमेरिका और चीन की मांग पर निर्भर हैं। FY26 की शुरुआत में अमेरिकी टैरिफ नीतियों और साइबर अटैक ने JLR के उत्पादन को अस्थायी रूप से प्रभावित किया।
वहीं, CV व्यवसाय की बिक्री भारतीय फ्रेट, कंस्ट्रक्शन, माइनिंग और पैसेंजर ट्रांसपोर्ट सेक्टरों से जुड़ी है। FY26 की पहली छमाही में घरेलू CV बिक्री लगभग 4% YoY बढ़ी, जो त्योहारी मांग और कम ब्याज दरों की वजह से संभव हुआ।
FY25 में टाटा मोटर्स का कुल रेवेन्यू ₹4.4 लाख करोड़, EBITDA ₹57,600 करोड़, और टैक्स से पहले मुनाफा ₹34,300 करोड़ रहा। कंपनी नेट ऑटो कैश पॉजिटिव हुआ, जोकि ₹1,000 करोड़ के स्तर पर दर्ज किया गया। CV यूनिट ने FY25 में ₹75,053 करोड़ का रेवेन्यू और ₹6,649 करोड़ का टैक्स से पहले मुनाफा दर्ज किया, जबकि EBITDA मार्जिन लगभग 11.8% रहा।
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, TMPV ने अगले 5 वर्षों में ₹35,000 करोड़ का निवेश EVs और क्लीन पावरट्रेन टेक्नोलॉजी में करने की घोषणा की है। वहीं, CV कंपनी ने 2025 के मध्य में Iveco के ट्रक और बस व्यवसाय (डिफेंस छोड़कर) को $4.5 अरब में अधिग्रहित करने का सौदा किया है, जो अप्रैल 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।
कंपनी की री-ऑर्गनाइजेशन ने निवेशकों के लिए दो निवेश विकल्प सामने रखे हैं।
TMPV: JLR के जरिए एक लग्जरी- ग्लोबल ऑटो पोर्टफोलियो, साथ ही भारतीय PV/EV जिनकी इनकम यूके/यूरोप/अमेरिका/चीन की मांग, व्यापार नीतियों और मॉडल साइकल से प्रभावित होती है। वित्त वर्ष 25 की प्रॉफिटेबिलिटी मजबूत रही, लेकिन वित्त वर्ष 26 में अमेरिकी टैरिफ में बदलाव और साइबर हमले से संबंधित उत्पादन में रुकावट आई।
टाटा मोटर्स लिमिटेड (CV): एक ऐसा बिजनेस जो मुख्य रूप से भारत के घरेलू इकॉनमिक साइकल से जुड़ा है। इससमें निर्यात एक अतिरिक्त लीवर के रूप में है, और निकट भविष्य की ग्रोथ प्लान स्थिर घरेलू मांग और बेहतर मंथली इनकम दिखाती है।