कांग्रेस अलग तो शिवसेना-राकांपा मिलकर चुनाव लड़ने के पक्ष में
महाविकास अघाडी सरकार के घटक दलों के बीच दरार बढ़ती जा रही है। सत्ता में सहयोगी दल कांग्रेस की नाराजगी की खबरें हर दिन आ रही है। अगला चुनाव कांग्रेस अलग लड़ने की बात कर रही है, जबकि राकांपा और शिवसेना का मानना है कि भाजपा को हराना है तो मिलकर चुनाव लड़ना होगा । […]
अभिषेक बनर्जी के साथ तृणमूल का नया दौर शुरू!
पश्चिम बंगाल की राजनीति में पिछले शुक्रवार को उस समय दिलचस्प मोड़ आया जब तृणमूल कांग्रेस के संस्थापक सदस्य मुकुल रॉय ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ करीब चार साल तक जुड़े रहने बाद अपनी पुरानी पार्टी में वापसी की। तृणमूल की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी, […]
महाराष्ट्र में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ेगी
महाराष्ट्र में चुनाव भले ही अभी दूर हों लेकिन राजनीतिक दलों ने सियासी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। राज्य की सत्ता में काबिज शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अगला चुनाव मिलकर लडऩे की बात कर रही हैं जबकि कांग्रेस अकेले चुनाव लडऩे की बात कह रही है। कांग्रेस मुख्यमंत्री पद पर भी दावा ठोक […]
महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लडेंगी : पवार
भाजपा से रिश्ते तोड़कर राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र की सत्ता में काबिज होने वाले उद्धव ठाकरे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अलग मुलाकात राजनीतिक चर्चा का विषय बनी हुई है। सत्ता में शामिल दलों के रिश्ते और सरकार पर अटकलें लगाई जा रही है। महाराष्ट्र सरकार के सूत्रधार एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी […]
महामारी के बीच सियासत के फेर में फंसा नेपाल
छह महीने के भीतर दूसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली ने संसद का कार्यकाल दो साल बाकी रहने के बीच नए चुनाव कराने का आदेश जारी कर दिया है। राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने मंत्रिपरिषद की अनुशंसा के अनुरूप गत 21 मई को प्रतिनिधि सभा भंग करने के साथ ही आगामी 12 […]
संवैधानिक मूल्यों पर आधारित हो राजनीति
भले ही चुनावों को लेकर औपचारिक प्रावधान बरकरार हैं लेकिन भारतीय लोकतंत्र राजनीतिक संस्कृति के एक बड़े संकट का सामना कर रहा है। इस संकट में सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच के संवाद, एक विविधतापूर्ण समाज में बहुसंख्यकवाद की बढ़ती वैधता, मूल अधिकारों और कानून प्रवर्तन के प्रावधानों के प्रभाव को लेकर भरोसा कम […]
अर्थव्यवस्था नहीं अन्य मुद्दे अहम
सन 1992 में अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान बिल क्लिंटन ने एक ऐसा जुमला बोला था जो अमर हो गया। उन्होंने कहा था, ‘यह अर्थव्यवस्था का मामला है, मूर्ख!’ क्या भारत में नरेंद्र मोदी पर यह कारगर होगा? लोकतांत्रिक देशों में चुनाव दर चुनाव यह जुमला दोहराया गया। इस विचार में दम था […]
उत्तर प्रदेश में चुनावी बयार की आहट, बढ़ गई गर्माहट
इस महीने की शुरुआत में उत्तर प्रदेश विधानसभा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच तीखी जबानी जंग छिड़ी जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार (2012-17) को उत्तर प्रदेश को कथित तौर पर बीमारू (लंबे समय से पिछड़े) राज्य में तब्दील करने के लिए फ टकार लगाई। […]
स्वाभिमान बनाम नि:शुल्क वितरण की राजनीति में उलझा तमिलनाडु
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने कुछ दिन पहले जारी अपने चुनाव घोषणापत्र में राज्य के निवासियों को मुफ्त मकान और वॉशिंग मशीन देने के अलावा कॉलेज में पढऩे वाले युवाओं को एक साल तक 2 जीबी डेटा सेवा एवं केबल कनेक्शन मुफ्त देने का वादा किया है। और भी बहुत कुछ मुफ्त में देने की […]
सभी के लिए टीके की मांग जोरों पर
कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार तेजी तथा कई राज्यों में चुनावों को देखते हुए सभी के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करने की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में राज्य सरकार से जुड़े सूत्रों के अनुसार उन्हें लगता है कि केंद्र को कोरोनावायरस के संचरण को रोकने के लिए […]