कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार तेजी तथा कई राज्यों में चुनावों को देखते हुए सभी के लिए टीकाकरण अभियान शुरू करने की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में राज्य सरकार से जुड़े सूत्रों के अनुसार उन्हें लगता है कि केंद्र को कोरोनावायरस के संचरण को रोकने के लिए सभी के टीकाकरण की अनुमति देनी चाहिए। देश में रोजाना संक्रमण के कुल मामलों में आधे से अधिक मामले अकेले महाराष्ट्र से हैं और मुंबई में कई लोगों ने ‘हर इच्छुक व्यक्ति को टीका लगाने के लिए आपातकालीन अनुमति’ प्रदान करने की मांग उठाई है । एक कोविड-19 कार्यबल ने पहले ही राज्य स्वास्थ्य विभाग से अनुरोध किया है कि वे 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण पर विचार करें।
मुंबई स्थित फोर्टिस हॉस्पिटल्स के निदेशक (क्रिटिकल केयर) और महाराष्ट्र के कोविड-19 टास्कफोर्स के सदस्य डॉ. राहुल पंडित ने बताया कि टास्कफोर्स ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को इससे अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा, ’18 से 40 वर्ष के बीच के लोग सबसे अधिक बाहर निकलते हैं और उनके वायरस से संक्रमित होने का सबसे अधिक खतरा है। हालांकि 45 से 59 वर्ष आयु के लोगों तथा वरिष्ठ नागरिकों को टीका लगाना एक अच्छा कदम है क्योंकि वे जटिल बीमारियों से ग्रसित होने की बहुत अधिक संभावना रखते हैं। लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए उन लोगों का टीकाकरण करना भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है जो संक्रमण के उच्च जोखिम में हैं।’
टास्कफोर्स में शामिल चिकित्सकों ने बताया कि युवा कोरोना संक्रमण घर ले जाने और उसके प्रसार को तेज करने की संभावना रखते हैं।
तमिलनाडु राज्य के सूत्रों ने भी बताया कि राज्य सरकार की राय सभी इच्छुक लोगों के लिए टीकाकरण किए जाने की है। अधिकारी ने कहा, ‘उन लोगों की रक्षा करना महत्त्वपूर्ण है जिन्हें काम के लिए घरों से बाहर निकलना पड़ता है। हो सकता है कि वे प्रथम पंक्ति के कर्मी या स्वास्थ्य कार्यकर्ता की श्रेणी में न आते हों।’
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बंगाल पहले ही सभी के लिए टीकाकरण की मांग कर चुका है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फरवरी माह में प्रधानमंत्री को लिखा था कि सरकार को टीके की पर्याप्त खुराक की खरीद करने की अनुमति दी जाए, ताकि चुनाव से पहले पूरे राज्य को टीका लगाया जा सके। महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने सोमवार को ट्वीट कर कहा था कि महाराष्ट्र में हर इच्छुक व्यक्ति को टीका लगाने के लिए आपातकालीन अनुमति देने की आवश्यकता है।
उन्होंने ट्वीट किया था, ‘रोज आने वाले नए मामलों में आधे से अधिक महाराष्ट्र से हैं। राज्य देश की आर्थिक गतिविधि का केंद्र है और ज्यादा लॉकडाउन लगाने से यह कमजोर पड़ जाएगा। महाराष्ट्र में हर इच्छुक व्यक्ति को टीका लगाने के लिए आपातकालीन अनुमति दिए जाने की आवश्यकता है। टीकों की कोई कमी नहीं है।’