60 वर्ष के ऊपर के 43 फीसदी को पहला टीका
भारत ने अपने नागरिकों को कोविड टीके की कम से कम एक खुराक देने के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। यह आंकड़ा 3 जून का है। अब तक 17.4 करोड़ से अधिक पहली खुराक दी गई है जिसमें भारत ने अपनी आबादी के 12.6 फीसदी से अधिक लोगों का टीकाकरण किया है। […]
कोविड के तूफान में लडख़ड़ाता मुल्क
क्या भारत एक नाकाम देश है? समाचार पत्रिका इंडिया टुडे को ऐसा ही लगता है। परंतु मैं इससे विनम्र असहमति रखता हूं। भारत अब तक नाकाम देश नहीं है। यदि ऐसा होता तो पत्रिका अपने कवर पर ऐसा शीर्षक न लगा पाती और मैं यह आलेख न लिख पाता। यदि ऐसा होता तो हम नहीं […]
ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों पर यात्रा पाबंदी हटेगी
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोनावायरस से बुरी तरह प्रभावित भारत से लौटने वाले उनके देश के नागरिकों पर प्रतिबंध अगले शनिवार को हटाया जाएगा और उसी दिन डार्विन शहर में नागरिकों को स्वदेश लेकर आने वाला पहला विमान पहुंचेगा। ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारत में 14 दिन तक का वक्त […]
राष्ट्रीय टीका मॉडल अपनाए केंद्र
देश की शीर्ष अदालत ने आज केंद्र सरकार से राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम और सभी नागरिकों को मुफ्त टीका देने के बारे में विचार करने को कहा। उच्चतम न्यायालय ने कोविड-19 की दूसरी लहर को राष्ट्रीय संकट करार देते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि इंटरनेट पर मदद की गुहार लगा रहे नागरिकों […]
हवाई क्षेत्रों के बेहतर उपयोग से विमानन कंपनियों को फायदा
नागर विमानन मंत्रालय और सशस्त्र बलों के बीच बेहतर समन्वय की वजह से सेना ने हवाई क्षेत्र को नागरिक हवाई सेवा के लिए खोल दिया है। पहले यह भारतीय वायुसेना के लिए आरक्षित थी। इससे भारतीय विमानन कंपनियों के लिए कई घरेलू मार्गों की दूरी कम हो गई है जिससे विमानन कंपनियों को ईंधन और […]
वाहन और दूरसंचार क्षेत्र में कैसे फूंकें नई जान
सरकार आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए तात्कालिक तौर पर कुछ कदम उठा सकती है। इनमें कुछ इस तरह की बातें शामिल की जा सकती हैं: (अ) नागरिकों के लिए ऐसी नीतियां जिनके माध्यम से उन्हें सार्वजनिक संसाधनों से लाभ मिलें (भूमि, खनिज, स्पेक्ट्रम, जल आदि) बजाय इसके कि सरकार द्वारा, किसी व्यक्ति द्वारा या […]
इंटरनेट तक पहुंच मानवाधिकार हो
हममें से ज्यादातर लोगों के जीवन में पिछले छह महीने का समय सबसे खराब रहा है। लेकिन यह वह समय भी रहा है, जब लोगों, संगठनों और सरकारों ने तेजी से ढलना और नए हालात के साथ सामंजस्य बैठाना भी सीखा है। इस दौरान बहुत से नवप्रवर्तन हुए ताकि हमारी जिंदगी और कारोबार चलते रहें। […]