भारत ने अपने नागरिकों को कोविड टीके की कम से कम एक खुराक देने के मामले में अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। यह आंकड़ा 3 जून का है।
अब तक 17.4 करोड़ से अधिक पहली खुराक दी गई है जिसमें भारत ने अपनी आबादी के 12.6 फीसदी से अधिक लोगों का टीकाकरण किया है। दूसरी और अमेरिका ने अपनी आधी से अधिक आबादी को कम से कम एक खुराक दी है। यह जानकारी अवर वल्र्ड इन डेटा के आंकड़ों से सामने ाई है। इजराइल ने अपनी आबादी के 63 फीसदी से अधिक लोगों को टीके की पहली खुराक दी है जो अब तक दुनिया में सर्वाधिक कवरेज है।
नीति आयोग में स्वास्थ्य सदस्य वी के पॉल ने आज कोविड टीके की पहली खुराक देने के मामले में भारत की उपलब्धि का जिक्र करते हुए एक प्रेस वार्ता में कहा, ‘इस उपलब्धि से इस बात का भरोसा मिलता है कि हम धीरे धीरे अपने टीकाकरण अभियान को तेज कर रहे हैं और यह आने वाले हफ्तों में और अधिक तीव्र होगा।’
पॉल ने कहा कि 60 वर्ष से अधिक श्रेणी में 43 फीसदी से अधिक आबादी को टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी है और 45 वर्ष से अधिक समूह के लिए यह आंकड़ा 37 फीसदी है। देश में दिसंबर के अंत तक 2 अरब टीकों की खुराक उपलब्ध होने की उम्मीद है। सरकार उम्मीद कर रही है कि जून में 12 करोड़ खुराक उपलब्ध होगी। पॉल ने कहा, ‘हमें सभी सावधानियां बरतनी हैं और एक बड़ी आबादी के समयबद्घ टीकाकरण के लिए उपाय करना होगा। हमारे प्रयासों से परिणाम में सुधार आया है।’ देश में रोजाना आने वाले कोविड मामलों के 6 मई को उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद इसमें करीब 68 फीसदी की गिरावट आई है।
कई राज्यों में 60 वर्ष से अधिक उम्र की श्रेणी में टीकाकरण कवरेज के स्थिति राष्ट्रीय स्तर से बेहतर है जैसे कि त्रिपुरा के लिए यह आंकड़ा 84 फीसदी और राजस्थान के लिए 81 फीसदी है। तेलंगाना और पंजाब में 40 फीसदी से कम कवरेज है।
पॉल ने कहा, ‘आगामी हफ्तों में और अधिक संख्या में टीके उपलब्ध होंगे जिससे हमारे टीकाकरण कवरेज में सुधार होगा।’
उन्होंने कहा कि विदेशी टीका विनिर्माताओं के साथ साथ स्थानीय विनिर्माताओं की क्षतिपूर्ति की मांग पर चर्चा की जारी है लेकिन इस मामले में अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘हम भारत में विदेशी टीका लगाने का रास्ता निकालेंगे। हमने अन्य देशों के साथ परामर्श किया है। फाइजर जैसी कंपनियों ने उन्हें क्षतिपूर्ति मिलने के बाद ही आपूर्ति की है।’
भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को तेजी से आपात मंजूरी देने की दिशा में सरकार विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ भी चर्चा कर रही है। पॉल ने कहा, ‘डब्ल्यूएचओ ने कंपनी से कुछ आंकड़े और विश्लेषण मांगे हैं।’
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक केंद्र की ओर राज्यों को मुफ्त में 24 करोड़ टीके की खुराक मुफ्त दी गई है। इसमें से बर्बादी सहित कुल खपत 22.27 करोड़ खुराक है। स्वास्थ्य मंत्रालय का अनुमान है कि राज्यों के पास 1.9 से अधिक कोविड टीके अब भी उपलब्ध हैं।
पॉल ने यह भी कहा कि 12 से 18 वर्ष की श्रेणी में करीब 13 करोड़ से 14 करोड़ बच्चे हैं जिनके टीकाकरण के लिए टीके की 26 करोड़ खुराकों की आपूर्ति की आवश्यकता पड़ेगी।
