मांग में कमी तो उत्पादन में भी नहीं रवानी
देशव्यापी लॉकडाउन में चरणबद्ध तरीके से खुलापन आने के बाद मध्य प्रदेश की औद्योगिक इकाइयों ने कामकाम शुरू तो कर दिया है लेकिन उद्योगपतियों और उद्योग संगठनों की मानें तो मांग में कमी के चलते कारोबारी पूरी उत्पादन क्षमता का प्रयोग नहीं कर रहे हैं। कुछ औद्योगिक क्षेत्रों में कामगारों की कमी और पूंजीगत बाधाओं […]
सरकार ने कोविड-19 लॉकडाउन के कारण अपने घर लौटे प्रवासी श्रमिकों को 125 दिन का रोजगार प्रदान करने के लिए 50,000 करोड़ रुपये का जो गरीब कल्याण रोजगार अभियान (जीकेआरए) शुरू किया है उसमें विभिन्न मंत्रालयों की मौजूदा रोजगारपरक योजनाओं को चतुराईपूर्वक एकत्रित किया गया है। इसके बावजूद इस पहल का स्वागत करने की कई […]
श्रमिकों के लिए सुविधाओं की सौगात
श्रमिकों की अत्यंत कमी का सामना करने वाली भारतीय कंपनियां अपने संयंत्र/निर्माण स्थलों में मेहनतकश श्रमिकों को बीमा सुरक्षा दे रही हैं तथा आवास और स्वास्थ्य सुविधाओं का इंतजाम कर रही हैं ताकि ये श्रमिक कोरोना महामारी के प्रकोप में सामाजिक दूरी के नियम का पालन कर सकें। उत्पादन फिर से पटरी पर लाने की […]
जून-जुलाई में आपूर्ति से अधिक रहेगी मांग
देश की प्रमुख कार विनिर्माता कंपनी मारुति सुजूकी को लगता है कि जून और जुलाई में यात्री कारों की मांग इनकी आपूर्ति से अधिक रहेगी। कंपनी को ऐसा इसलिए लग रहा है क्योकि अपने संयंत्रों में उत्पादन बढ़ाना उसके लिए मुश्किल हो रहा है। कंपनी का कहना है कि उसके संयंत्रों में पूरी क्षमता के […]
मार्च के अंत में देश में अचानक राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू किए जाने से कई प्रवासी श्रमिक अपने घरों से दूर फंस गए। यही वह दौर था जब उन शहरों में रोजगार के अवसर और आमदनी भी ठप हो गई जहां वे काम के लिए गए थे। स्वाभाविक तौर पर उनमें से कई ने अपने घरों […]
श्रमिकों को 15 दिन में घर पहुंचाने की जरूरत
उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि वह रास्ते में फंसे हुए प्रवासी कामगारों को उनके पैतृक स्थानों तक पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्यों को 15 दिन का वक्त देने की सोच रहा है। न्यायालय ने कहा कि इन कामगारों के पंजीकरण और रोजगार के अवसरों सहित सारे मसले पर 9 जून को आदेश […]
श्रमिकों के लौटने के बाद रोजगार और उत्पादन का धुंधला भविष्य
हमारी दुनिया में घटनाएं बड़ी तेजी से घट रही हैं। महज दो हफ्ते पहले मैंने लिखा था कि कोविड महामारी की वजह से आर्थिक गतिविधियां थम जाने से वे लोग भी किस तरह नजर आने लगे हैं जो अदृश्य थे? मैंने काम की तलाश में शहरों की ओर जाने वाले लेकिन मौजूदा संकट के समय […]