facebookmetapixel
हाई स्ट्रीट में मॉल से भी तेज बढ़ा किराया, दुकानदार प्रीमियम लोकेशन के लिए दे रहे ज्यादा रकमत्योहारों में ऑनलाइन रिटर्न्स में तेजी, रिवर्स लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने 25% से ज्यादा वृद्धि दर्ज कीबिहार विधानसभा चुनाव में धनकुबेर उम्मीदवारों की बाढ़, दूसरे चरण में 43% प्रत्याशी करोड़पतिबिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को, नीतीश सरकार के कई मंत्रियों की किस्मत दांव परफूड कंपनियों की कमाई में क्विक कॉमर्स का बढ़ा योगदान, हर तिमाही 50-100% की ग्रोथRed Fort Blast: लाल किले के पास कार में विस्फोट, 8 लोगों की मौत; PM मोदी ने जताया दुखपेरिस की आईटी कंपनी कैपजेमिनाई भारत में करेगी 58,000 भर्तियां, 3.3 अरब डॉलर में WNS का अधिग्रहण कियासड़क हादसे में मौतें 30 वर्ष में सबसे ज्यादा, प्रति 1 लाख की आबादी पर 12.5 मौतें हुईंछोटी कारों को छूट पर नहीं बनी सहमति, SIAM ने BEE को कैफे-3 और कैफे-4 मसौदे पर अंतिम टिप्पणियां सौंपीJK Tyre का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में निर्यात हिस्सेदारी को 20% तक पहुंचाने का, यूरोपीय बाजारों पर फोकस

वाहन कंपनियां उत्पादन में सतर्क

Last Updated- December 12, 2022 | 4:26 AM IST

देश में वाहन विनिर्माता उत्पादन बढ़ाने के मोर्चे पर सतर्क रुख अपना रही हैं। वाहन कंपनियों और कलपुर्जा विनिर्माताओं के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण मामलों में तेजी, कलपुर्जे एवं कच्चे माल की किल्लत और मांग में अनिश्चितता के बीच उत्पादन बढ़ाने के लिए कंपनियां कैलिब्रेटेड दृष्टिकोण अपना रही हैं।
इस महीने के आरंभ में कार बाजार की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी सहित हीरो मोटोकॉर्प, होंडा मोटरसाइकल ऐंड स्कूटर्स इंडिया, होंडा कार्स इंडिया, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर, टाटा मोटर्स और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने वैश्विक महामारी की दूसरी लहर में तेजी के मद्देनजर अपने संयंत्रों को तत्काल बंद कर दिया था।
हालांकि इनमें से अधिकतर ने उत्पादन दोबारा शुरू कर दिया है लेकिन उत्पादन बढ़ाने के मोर्चे पर वे काफी सतर्क दिख रहे हैं। यही कारण है कि इस महीने अधिकतक वाहन कंपनियों का उत्पादन जनवरी और फरवरी के मुकाबले लगभग एक तिहाई होगा।
मारुति सुजूकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि कि उत्पादन में वृद्धि इस बात पर निर्भर करेगी कि पाबंदियां कितनी तेजी से हटाई जाती हैं। इसके अलावा कई राज्यों में लॉकडाउन को जून के पहले सप्ताह तक बढ़ा दिया गया है। इससे अनिश्चितता बढ़ गई है और खुदरा बिक्री प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में लॉकडाउन लगाया गया है उनका बिक्री में 80 से 85 फीसदी योगदान है। इसके अलावा आपूर्ति संबंधी समस्याओं से भी निपटने की चुनौती बरकरार है।
श्रीवास्तव ने उत्पादन के लिए कंपनी की समय-सारणी पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा, ‘जब हम उत्पादन बढ़ाएंगे तो हमें कई समस्याओं से निपटना होगा।’ पिछले साल के विपरीत इस बार ग्रामीण बाजार भी प्रभावित है। हालांकि अच्छे मॉनसून, गेहूं की दमदार खरीद और रबी की अच्छी बुआई पर उम्मीदें टिकी हुई हैं।
आईएचएस मार्किट के सहायक निदेशक पुनीत गुप्ता ने कहा, ‘कुछ को छोड़कर अधिकतर विनिर्माता कर्मचारियों की अनुपस्थिति, पुर्जों की कमी और कच्चे माल की कमी के कारण एक ही पारी में उत्पादन कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता है कि इस बार मांग में तेजी पहली लहर के बाद की तरह दिखेगी।’
मारुति, हीरो मोटोकॉर्प और होंडा मोटरसाइकल ऐंड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) की उत्पादन योजनाओं से अवगत एक उपकरण विनिर्माता के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मारुति ने इस महीने कुल 45,000 कारों का उत्पादन किया है और जून में इसे बढ़ाकर 1,65,000 से 1,70,000 करने की योजना है। हीरो ने इस महीने 1,20,000 से 1,50,000 वाहनों का उत्पादन किया है और अगले महीने इसे बढ़ाकर 4,45,000 वाहन करने की तैयारी कर रही है।
एचएमएसआई ने इस महीने महज कुछ हजार वाहनों का उत्पादन किया है और अगले महीने वह 3,20,000 से 3,40,000 वाहनों का उत्पाादन करने की योजना बना रही है। वाहनों के कलपुर्जे की आपूर्ति करने वाली पुणे की कंपनी के एक अधिकारी ने बताया कि टाटा मोटर्स और महिंद्रा दोनों ने अगले महीने की उत्पादन योजना में जनवरी और फरवरी के स्तर से करीब 20 से 30 फीसदी की कटौती की है।
रेनो निसान ऑटोमोटिव इंडिया चेन्नई के समीप अपने कारखाने में श्रमिकों के साथ कानूनी विवाद में फंस गई है जिनका कहना है कि उत्पादन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए श्रमिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। ब्लूमबर्ग की खबर के अनुसार, श्रमिकों ने राज्य सरकार के उस निर्णय को चुनौति दी है जिसके तहत वाहन उद्योग को स्थानीय लॉकडाउन नियमों से छूट दी गई है।
हुंडई मोटर इंडिया ने चेन्नई में अपना परिचालन 29 मई तक निलंबित कर दिया है। सोमवार को कोविड संक्रमण का मामला सामने आने के बाद कंपनी ने यह निर्णय लिया। कंपनी ने एक बयान में कहा कि कंपनी ने हमेशा अपने कर्मचारियों की सुरक्षा, स्वास्थ्य और भलाई को प्राथमिकता दी है।
आयशर मोटर्स लिमिटेड के स्वामित्व वाली कंपनी रॉयल एनफील्ड ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण भारत के अपने तीन विनिर्माण संयंत्रों को फिलहाल बंद कर दिया है। रॉयटर्स ने अपने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है। श्रमिकों को दी गई आंतरिक सूचना में रॉयल एनफील्ड ने बताया है कि उसके तीन विनिर्माण संयंत्रों का परिचालन 27 से 29 मई तक बंद रहेगा। सूचना में रॉयल एनफील्ड के मुख्य परिचालन अधिकारी बी गोविंदराजन ने कहा है, ‘हम सोमवार यानी 31 मई से परिचालन को सुचारु करेंगे।’ इस बाबत जानकारी के लिए संपर्क किए जाने पर रॉयल एनफील्ड ने तत्काल कोई जवाब नहीं दिया।

First Published - May 26, 2021 | 9:19 PM IST

संबंधित पोस्ट